→‎प्रमुख गुण: लघुव्रत खंड पर बना को ण
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[[Image:CIRCLE LINES.svg|right|thumb| ज्या (Chord), स्पर्श रेखा (tangent), छेदन रेखा (secant), व्यासार्थ (radius) ऑर व्यास (diameter)]]
[[Image:Circle slices.svg|right|thumb| चाप (Arc), सेक्टर (sector), ऑरऔर वृत्त खंडवृत्तखंड (segment)]]
किसी एक निश्चित बिंदु से समान दूरी पर स्थित बिंदुओं का बिंदु पथ[[बिन्दुपथ]] '''वृत्त''' कहलाता है। यह निश्चित बिंदु, वृत्त का [[केंद्र]] कहलाता है। औरहै, केंद्र और बिंदुवृत्त की परिधि के किसी भी बिन्दु के पथबीच की दूरी वृत्त की [[त्रिज्या]] कहलाती है।
 
वृत्त एक प्रकार का [[शांकव]] होता है जिसकी उत्केंद्रता 0(इसेन्ट्रिसिटी) होती है अर्थात [[नियता]] समतल में अनंत पर स्थित होती है
 
== प्रमुख गुण ==
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# [[जीवा]] पर केन्द्र से डाला गया लम्ब उस जीवा का समद्विभाजक भी होता है।
# [[चक्रीय चतुर्भुज]] के सम्मुख कोणों का योग 180 अंश होता है।
# किसी बाह्य बिदु से एक वृत्त पर खींची दो गईस्पर्शरेखाएँ खिंची जा सकतीं हैं। ये दोनों स्पर्शरेखाएँ समान स्पर्शलम्बाई रेखाएंकी बराबरहोतीं होतीहैं।
 
===वृत्त की जीवा के गुण===
== व्यास ऑर व्यासार्थ के सम्बन्ध ==
*केंद्र से होकर जाने वाली जीवा उस वृत्त की सबसे बड़ी जीवा होती है। इसे 'व्यास' (डायामीटर) कहते हैं।
<big>व्यास = 2(त्रिज्या)</big><br />
*किसी वृत्त का व्यास उस वृत्त को दो सामान भागों में विभक्त करता है .है।
<big>d=2r</big>
*व्यास, त्रिज्या का दोगुना होता है। '''व्यास = 2 (त्रिज्या)'''
 
== छेदन रेखा==
वृत्त पर किसी दो बिंदुओं से जाने वाली रेखा को छेदन रेखा कहते है।
 
==वृत्त की जीवा के गुण==
*केंद्र से होकर जाने वाली जीवा उस वृत्त की सबसे बड़ी जीवा होती है।
*किसी वृत्त में सामान दूरी पर खींची गयी जीवाओं की लंबाई सामान होती है।
*किसी वृत्त में सामान लंबाई की जीवाएं केंद्र से सामान दूरी पर होती हैं।
*किसी वृत्त का व्यास उस वृत्त को दो सामान भागों में विभक्त करता है .
 
== छेदन रेखा==
वृत्त पर किसी दो बिंदुओं से जाने वाली रेखा को छेदन रेखा कहते है।हैं।
 
[[श्रेणी:ज्यामिति]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/वृत्त" से प्राप्त