"अनुशीलन समिति": अवतरणों में अंतर

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बंगाल में बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में ही क्रांतिकारी संगठित होकर कार्य करना आरम्भ कर चुके थे। सन् १९०२ में [[कोलकाता]] में अनुशीलन समिति के अन्तर्गत तीन समितियाँ कार्य कर रहीं थीं। इस अनुशीलन समिति की स्थापना कोलकाता के बैरिस्टर [[प्रमथ मित्र]] ने की थी। इन तीन समितियों में से पहली समिति [[प्रमथ मित्र]] की थी, दूसरी समिति का नेतृत्व [[सरला देवी]] नामक एक बंगाली महिला के हाथों में था तथा तीसरी के नेता थे [[अरविन्द घोष]] जो उस समय उग्र राष्ट्रवाद के सबसे बड़े समर्थक थे।
 
== युगान्तरअनुशीलन समिति के प्रमुख सदस्य ==
* [[यतीन्द्रनाथ मुखर्जी]] उपाख्य [[बाघा जतिन]] (1879–1915)
* [[रास बिहारी बोस]] (1885–1945)