"मुहूर्त": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 75:
|-
|}
 
ए ए मैकडोनेल के अनुसार [[तैत्तिरीय ब्राह्मण]] में १५ मुहुर्तों के नाम गिनाए गये हैं।
:(१) संज्ञानं (२) विज्ञानं (३) प्रज्ञानं (४) जानद् (५) अभिजानत्
:(६) संकल्पमानं (७) प्रकल्पमानम् (८) उपकल्पमानम् (९) उपकॢप्तं (१०) कॢप्तम्
:(११) श्रेयो (१२) वसीय (१३) आयत् (१४) संभूतं (१५) भूतम् ।
 
:"'चित्रः केतुः प्रभानाभान्त् संभान् ।
:"'ज्योतिष्मंस्-तेजस्वानातपंस्-तपन्न्-अभितपन् ।
:"'रोचनो रोचमानः शोभनः शोभमानः कल्याणः ।
:"'दर्शा दृष्टा दर्शता विष्वरूपा सुर्दर्शना ।
:"'आप्य्-आयमाणाप्यायमानाप्याया सु-नृतेरा ।
:"'आपूर्यमाणा पूर्यमाणा पूर्यन्ती पूर्णा पौर्णमासी ।
:"'दाता प्रदाताऽनन्दो मोदः प्रमोदः ॥ १०.१.१ ॥
 
[[शतपथ ब्राह्मण]] में एक दिन के पन्द्रहवें भाग (१/१५) को 'मुहूर्त' की संज्ञा दी गयी है।
 
{{हिन्दू काल गणना}}