"सुत्तविभंग": अवतरणों में अंतर
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'''सुत्तविभंग''' [[बौद्ध धर्म]] के थेरवादी मत के ग्रंथ [[विनय पिटक]] का एक खंड है। विनय पिटक स्वयं [[थेरवाद]] के प्रसिद्ध ग्रंथ [[त्रिपिटक]] का हिस्सा है।<ref name="HORNER2016">{{cite book|author=I B. HORNER|title=The Book of the Discipline (Vinaya-Pitaka), Vol. 2: Suttavibhanga (Classic Reprint)|url=https://books.google.com/books?id=X6wyvgAACAAJ|date=30 सितंबर 2016|publisher=Fb&c Limited|isbn=978-1-333-80406-0|access-date=23 नवंबर 2018}}</ref> इस ग्रंथ में बौद्ध समुदाय (संघ) के नियमों पर टीका है, ग्रंथ की रचना कुछ इस तरीके की है कि प्रत्येक नियम को समझाने से पूर्व एक कथा दी गयी है कि [[बुद्ध]] कैसे इस नियम को स्थापित करने तक पहुँचे, तत्पशचात नियम दिया गया है और नियम की व्याख्या की गयी है। यह ग्रंथ विनय पिटक का पहला खंड है, ध्यातव्य है कि विनय पिटक में बौद्धों के आचरण संबंधी नियम संग्रहीत हैं।
==इन्हें भी देखें==
* [[विनय पिटक]]
==सन्दर्भ==
{{Reflist}}
[[श्रेणी:बौद्ध ग्रन्थ]]
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