"ऊष्मा चालकता": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1:
[[File:Thermal Conductivity Detector 1.svg|right|thumb|300px|ऊष्मा चालकता संसूचक (डिटेक्टर)]]
[[भौतिकी]] में, '''ऊष्मा चालकता''' (थर्मल कण्डक्टिविटी) पदार्थों का वह गुण है जो दिखाती है कि पदार्थ से होकर [[ऊष्मा]] आसानी से प्रवाहित हो सकती है या नहीं। ऊष्मा चालकता को '''k, λ, या κ''' से निरूपित करते हैं। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता अधिक होती है उनसे होकर समान समय में अधिक ऊष्मा प्रवाहित होती है (यदि अन्य परिस्थितियाँ, जैसे ताप का अन्तर, पदार्थ की लम्बाई और क्षेत्रफल आदि समान हों)। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता बहुत कम होती हैं उन्हें ऊष्मा का कुचालक (थर्मल इन्सुलेटर) कहा जाता है। ऊष्मा चालकता के व्युत्क्रम (रेसिप्रोकल) को '''उष्मा प्रतिरोधकता''' (thermal resistivity) कहते हैं।
 
[[File:Thermal Conductivity Detector 1.svg|ऊष्मा चालकता संसूचक (डिटेक्टर)]]
==गणितीय परिभाषा==
[[Image:Simple definition of thermal conductivity.png|right|thumb|300px|ऊष्मा चालकता की परिभाषा के लिए सरल चित्र]]
Line 14 ⟶ 15:
 
==कुछ पदार्थों की ऊष्मा चालकता<ref>Reed Business Information: Polytechnisch Zakboek, versie 2004.</ref> ==
[[Image|:Coloured ceramic thermal barrier coating on exhaust component.jpg|right|thumb|300px|वाहनों के गरम हवा और धुँवा निकालने वाली प्रणाली के अवयवों पर सिरैमिक की परत लगा दी जाती है जैससे उस मार्ग से बाहर ऊष्मा नहीं निकल पाती और आसपास के अन्य अवयव गरम होकर खराब नहीं होते। अर्थात् यहाँ सिरैमिक की बहुत कम ऊष्मा चालकता का उपयोग किया गया है।]]
{| class="wikitable"
! पदार्थ !! ऊष्मा चालकता <br>(Lambda , W/(m*K) में , 293 K ताप पर)