"राजा का दैवी सिद्धान्त": अवतरणों में अंतर

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प्राचीन भारत में प्रतिपादित दैवी सिद्धान्त सम्बन्धी विचारों की पाश्चात्य विचारों से तुलना करते हुए डॉ घोषाल ने कहा है-
 
:'' पश्चिम में प्रतिपादित दैवी सिद्धान्त मुख्यतः ये हैं-
 
*(१) राजतन्त्र ईश्वरकृत संस्था है।