"मऊ, उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर

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'''मऊ''' [[उत्तर प्रदेश]] के [[मऊ जिला|मऊ जिले]] का मुख्यालय है। इसका पूर्व नाम 'मऊनाथ भंजन' था। यह जिला लखनऊ के दक्षिण-पूर्व से 282 किलोमीटर और आजमगढ़ के पूर्व से 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शहर [[तमसा नदी]] के किनारे बसा है। [[तमसा]] नदी शहर के बीच से निकलती/गुजरती है।<ref>"[https://books.google.com/books?id=qzUqk7TWF4wC Uttar Pradesh in Statistics]," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716</ref><ref>"[https://books.google.com/books?id=S46rbUL6GrMC Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance]," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975</ref>
 
== इतिहास ==
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मऊ का बहुत गर्वशाली इतिहास रहा है। पांडवो के वनवास के समय वो मऊ जिले में भी आये थे,आज वो स्थान खुरहत के नाम से जाना जाता है। तथा उत्तरी सीमा पर बसे छोटा सा शहर दोहरीघाट जहा पर राम और परशुराम जी मीले थे। तथा दोहरीघाट से दस किलोमीटर पूर्व सूरजपुर नामक गाँव है,जहां पर श्रवण की समाधिस्थल है,जहाँ दशरथ ने श्रवण को मारा था। सामान्यत: यह माना जाता है कि 'मऊ' शब्द तुर्किश शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ गढ़, पांडव और छावनी होता है। वस्तुत: इस जगह के इतिहास के बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। माना जाता है प्रसिद्ध शासक [[शेर शाह सूरी]] के शासनकाल में इस क्षेत्र में कई आर्थिक विकास करवाए गए। वहीं मिलिटरी बेस और शाही मस्जिद के निर्माण में काफी संख्या में श्रमिक और कारीगर मुगल सैनिकों के साथ यहां आए थे। स्वतंत्रता आन्दोलन के समय में भी मऊ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 3 अक्टूबर 1939 ई. को [[महात्मा गांधी]] इस जगह पर आए थे।
 
==== पर्यटन: ====
* मुक्तिधाम दोहरीघाट - मऊ जिले के दोहरीघाट[[दोहरी घाट}]] नगर मे [[घाघरा नदी]] के तट पर मुक्तिधाम स्थित है|है। ऐतिहासिक दृष्टि से इस स्थान पर दो देवताओं राम और परशुराम का मिलन हुआ है इसिइसी के आधार इस स्थान का नाम दोहरीघाट पङा है| पड़ा है।
* वनदेवी मंदिर - मऊ जनपद के लगभग 12 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम मेमें [[वनदेवी मंदिर]] प्रकृति के मनोरम एंवएवं रमणीय परिवेश मे स्थित हैहै। यहांयह सीतामाता का मंदिर है|है। आज यह स्थान श्रद्धालओं के आकर्षण का केन्द्र बिंदु है|है। जनश्रुतियों एंव भौगोलिक साक्ष्यों के आधार पर यह स्थान [[महर्षि वाल्मीकि]] के साधना स्थलि के रूप मे विख्यात रहा है|है। माता सीता ने भी अपने अखण्ड परिव्रत धर्म का पालन करते हुए यहीं पर अनेअपने पुत्रो [[लव]]<nowiki/>-[[कुश]] को जन्म दिया था|था।
 
==== कालेज और विश्वविद्यालय: ====
 
मऊ जिला का बहुत ही गर्वशाली इतिहास रहा है।पांडवो के वनवास के समय वो मऊ जिले में भी आये थे,आज वो स्थान खुरहत के नाम से जाना जाता है। तथा उत्तरी सीमा पर बसे छोटा सा शहर दोहरीघाट जहा पर राम और परशुराम जी मीले थे। तथा दोहरीघाट से दस किलोमीटर पूर्व सूरजपुर नामक गाँव है,जहां पर श्रवण की समाधिस्थल है,जहाँ दशरथ ने श्रवण को मारा था।
सामान्यत: यह माना जाता है कि 'मऊ' शब्द तुर्किश शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ गढ़, पांडव और छावनी होता है। वस्तुत: इस जगह के इतिहास के बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। माना जाता है प्रसिद्ध शासक [[शेर शाह सूरी]] के शासनकाल में इस क्षेत्र में कई आर्थिक विकास करवाए गए। वहीं मिलिटरी बेस और शाही मस्जिद के निर्माण में काफी संख्या में श्रमिक और कारीगर मुगल सैनिकों के साथ यहां आए थे। स्वतंत्रता आन्दोलन के समय में भी मऊ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 3 अक्टूबर 1939 ई. को [[महात्मा गांधी]] इस जगह पर आए थे।
 
==== पर्यटन: ====
मुक्तिधाम दोहरीघाट:
 
{{Main|दोहरी घाट}}
 
 
 
मऊ जिले के दोहरीघाट नगर मे [[घाघरा नदी]] के तट पर मुक्तिधाम स्थित है| ऐतिहासिक दृष्टि से इस स्थान पर दो देवताओं राम और परशुराम का मिलन हुआ है इसि के आधार इस स्थान का नाम दोहरीघाट पङा है|
 
वनदेवी मंदिर:
 
{{Main|वनदेवी मंदिर}}
 
 
 
मऊ जनपद के लगभग 12 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम मे प्रकृति के मनोरम एंव रमणीय परिवेश मे स्थित है यहां सीतामाता का मंदिर है| आज यह स्थान श्रद्धालओं के आकर्षण का केन्द्र बिंदु है| जनश्रुतियों एंव भौगोलिक साक्ष्यों के आधार पर यह स्थान [[महर्षि वाल्मीकि]] के साधना स्थलि के रूप मे विख्यात रहा है| माता सीता ने भी अपने अखण्ड परिव्रत धर्म का पालन करते हुए यहीं पर अने पुत्रो [[लव]]<nowiki/>-[[कुश]] को जन्म दिया था|
 
 
 
==== कालेज और विश्वविद्यालय: ====
 
* [[सर्वोदय पी.जी. कालेज|सर्वोदय पी.जी.कालेज]]
* [[डीसीएसकेपीजीकालेज|डी.सी.एस.के. पी.जी. कालेज]]
* [[तरूण इण्टर कालेज]]
 
== इन्हें भी देखें ==
"मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया"
* [[मऊ ज़िला]]
 
== सन्दर्भ ==
~Aditya Yadav (Sarvoday P.G. College)
{{टिप्पणीसूची}}
 
[[श्रेणी:मऊ ज़िला]]
<br />
[[श्रेणी:उत्तर प्रदेश के नगर]]
[[श्रेणी:मऊ जिले के शहर]]