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=== छन्द ===
गायत्री, अनुष्टुप्‌, त्रिष्टुप्‌, वृहती आदि छंदों का ज्ञान होने के लिए छंद:शास्त्र की उपयोगिता है। प्रत्येक छंद के पाद कितने होते हैं और ह्रस्व दीर्घादि अक्षर प्रत्येक पाद में कैसे होने चाहिए, यह विषय इसका है।है।पिन्गल मुनि द्वारा रचित छन्द शूत्र सबसे प्राचीन सहित्य हैं ।
 
=== ज्योतिष ===