"भारत का संविधान": अवतरणों में अंतर

→‎भाग 4 क : मूल कर्तव्य: हमने समासिक को समाजिक मे बदला
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यहाँ, 'सामासिक' ही सही है, सामाजिक नहीं।
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*(घ) देश की रक्षा करे और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करे;
*(ङ) भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करे जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग पर आधारित सभी भेदभाव से परे हो, ऐसी प्रथाओं का त्याग करे जो स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध है;
*(च) हमारी सामाजिकसामासिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व समझे और उस का परिरक्षण करे;
*(छ) प्राकृतिक पर्यावरण की, जिस के अंतर्गत वन, झील नदी और वन्य जीव हैं, रक्षा करे और उस का संवर्धन करे तथा प्राणि मात्र के प्रति दयाभाव रखे;
*(ज) वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानववाद और ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करे;