"हिन्दी नवजागरण": अवतरणों में अंतर

No edit summary
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है
पंक्ति 1:
{{आधार}}
'''हिन्दी नवजागरण''' से अभिप्राय सन् १८५७ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद [[भारत]] के हिन्दी प्रदेशों में आये राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक जागरण से है। हिन्दी-नवजागरण की सबसे प्रमुख विशेषता हिन्दी-प्रदेश की जनता में स्वातंत्र्य-चेतना का जागृत होना है। इसका पहला चरण स्वयं [[भारतीय स्वतन्त्रता१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम|१८५७ का विद्रोह]] था। इसका दूसरा चरण [[भारतेन्दु हरिश्चंद्र|भारतेन्दु हरिश्चन्द्र]] से शुरू हुआ और तीसरा चरण [[महावीर प्रसाद द्विवेदी]] से शुरू हुआ।
 
यह मान्‍यता तो बहुत पहले से प्रचलित रही है कि भारतेंदु हरिश्‍चंद्र के उदय के साथ हिंदी में एक नए युग का आरंभ हुआ, किंतु इस नए युग को 'नवजागरण' नाम देने का श्रेय हिंदी में डॉ॰ [[रामविलास शर्मा]] को है।