"अपनी खबर": अवतरणों में अंतर

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'''अपनी खबर''' पांडेय बेचन शर्मा "उग्र" द्वारा [[हिंदी साहित्य|हिंदी]] में लिखी गई एक [[आत्मकथा]] है। यह आत्मकथा नैतिकता के धरातल पर अपने उन्मुक्त अभिव्यक्ति के लिए जानी जाती है। एक तरफ़ इस आत्मकथा पर अश्लील होने का आरोप लगा तो दूसरी ओर 'उग्र' की आत्माभिव्यक्ति को [[तुलसीदास|तुलसी]] और [[निराला]] की आत्मवेदना के समकक्ष भी रखकर पढ़ा गया। इस आत्मकथा में उग्र ने अपने बचपन से लेकर प्रौढ़ावस्था तक की उन तमाम गतिविधियों का अकुंठ और अनावृत्त वर्णन किया है जिसे समाज में वर्जित माना जाता है। इसमें पाठक को आत्मवेदना के साथ-साथ आत्म-व्यंग्य का भी आभास मिलता है।
अपनी खबर एक आत्मकथा है जिसके लेखक पांडेय बेचन शर्मा "उग्र" हैं। यह पुस्तक हिंदी भाषा की पहली आत्मकथा भी मानी जाती है।