"सिविल प्रक्रिया": अवतरणों में अंतर
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सिविल मुकदमों (अर्थात् दीवानी) पर निर्णय देते समय न्यायालयों द्वारा पालन की जाने वाली आवश्यक प्रक्रिया एवं मानकों को '''सिविल प्रक्रिया''' (Civil procedure) कहते हैं। [[अपराध|आपराधिक]] [[मुकदमा|मुकदमों]] में दूसरी प्रक्रिया लागू होती है जिसे [[दण्ड प्रक्रिया]] कहते हैं। सिविल प्रक्रिया में दिए गए नियमों में स्पष्ट उल्लेख होता है कि-
* सिविल मुकदमों को कैसे आरम्भ किया जा सकता
▲* केkस की सुनवाई किस-किस प्रकार से होगी,
* कथन (बयान) कैसे लिए जाएंगे,
* किस-किस प्रकार के आवेदन किए जा सकते हैं,
* किस प्रकार के आदेश दिए जा सकते हैं,
* [[
==परिचय==
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मोटे तौर पर सिविल वादों के अन्तर्गत निम्नलिखित वाद शामिल किये जाते हैं-
# कर्ज या किसी अन्य धनराशि की वसूली से सम्बन्धित वाद
# नागरिक अधिकारों (सिविल राइट्स) से संबन्धित वाद, जैसे- [[
# चल या अचल सम्पत्ति से सम्बन्धित वाद
# सुखाधिकार से सम्बन्धित वाद, जैसे- व्यक्तिगत नाले का उपयोग, नाली, नींव आदि से सम्बन्धित वाद।
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== बाहरी कड़ियाँ==
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[[श्रेणी: न्यायपालिका]]
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