"सिविल प्रक्रिया": अवतरणों में अंतर

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सिविल मुकदमों (अर्थात् दीवानी) पर निर्णय देते समय न्यायालयों द्वारा पालन की जाने वाली आवश्यक प्रक्रिया एवं मानकों को '''सिविल प्रक्रिया''' (Civil procedure) कहते हैं। [[अपराध|आपराधिक]] [[मुकदमा|मुकदमों]] में दूसरी प्रक्रिया लागू होती है जिसे [[दण्ड प्रक्रिया]] कहते हैं। सिविल प्रक्रिया में दिए गए नियमों में स्पष्ट उल्लेख होता है कि-
* सिविल मुकदमों को कैसे आरम्भ किया जा सकता है। इसके लिये वाद पत्र तैयार किया जाएगा, जिसमे निम्नलिखित चीजों को शामिल करना आवश्यक है-,
* केkसकेस की सुनवाई किस-किस प्रकार से होगी,
1.वाद की विषयवस्तु के अनुसार न्यायालय का नाम, जहाँ वाद संस्थित किया जाएगा,
2.वाद लाने वाले वादी का नाम, उम्र, निवास स्थान के साथ,
3.प्रतिवादी का नाम, उम्र, निवास स्थान के साथ,
4.उन तथ्यों का उल्लेख जिस समय वाद हेतुक उत्पन्न हुआ,
5.न्यायालय की अधिकारिता,
6.वादी जो अनुतोष प्राप्त करना चाहता है।
 
* केkस की सुनवाई किस-किस प्रकार से होगी,
* कथन (बयान) कैसे लिए जाएंगे,
* किस-किस प्रकार के आवेदन किए जा सकते हैं,
* किस प्रकार के आदेश दिए जा सकते हैं,
* [[निक्षेपण (प्रावस्था संक्रमण)|निक्षेपण]] (depositions) का समय एवं तरीका, आदि
*सिविल मामलो मे संसद सदस्य को संसद की बैठक के 40 दिन पहले या बाद रिहाई दी जाती हैं।
 
मूट कोर्ट की परिभाषा-
 
मूट कोर्ट वह कृत्रिम कोर्ट है, जिसे विधि छात्रों को न्यायालय की प्रक्रिया से अवगत कराने के उद्देश्य से विधि विद्यालयों/महाविद्यालयों द्वारा संचालित किया जाता है। -sandeepkumarverma2014@gmail.com
 
==परिचय==
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मोटे तौर पर सिविल वादों के अन्तर्गत निम्नलिखित वाद शामिल किये जाते हैं-
# कर्ज या किसी अन्य धनराशि की वसूली से सम्बन्धित वाद
# नागरिक अधिकारों (सिविल राइट्स) से संबन्धित वाद, जैसे- [[प्रतिलिप्यधिकार|कॉपीराइट]], सड़क पर आवागमन से सम्बन्धित वाद।
# चल या अचल सम्पत्ति से सम्बन्धित वाद
# सुखाधिकार से सम्बन्धित वाद, जैसे- व्यक्तिगत नाले का उपयोग, नाली, नींव आदि से सम्बन्धित वाद।
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== बाहरी कड़ियाँ==
*[https://web.archive.org/web/20151030205533/http://www.jagranjosh.com/current-affairs/%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%8B%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9Aसर्वोच्च-%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AFन्यायालय-%E0%A4%A8%E0%A5%87ने-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B2सिविल-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BEप्रक्रिया-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A4%BEसंहिता-%E0%A4%95%E0%A5%87के-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%8B%E0%A4%82प्रावधानों-%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BEव्याख्या-%E0%A4%95%E0%A5%80की-1378025791-2 सर्वोच्च न्यायालय ने सिविल प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों व्याख्या की]
*[https://web.archive.org/web/20150922153809/http://www.teesarakhamba.com/2010/01/%E0%A4%90%E0%A4%B2%E0%A5%80%E0%A4%9C%E0%A4%BEऐलीजा-%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%AA%E0%A5%87इंपे-%E0%A4%A8%E0%A5%87ने-%E0%A4%B0%E0%A4%96%E0%A5%80रखी-%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%80दीवानी-%E0%A4%AA/ भारत में विधि का इतिहास-42: ऐलीजा इंपे ने रखी दीवानी प्रक्रिया संहिता की नींव]
*[https://web.archive.org/web/20141211060406/http://books.google.co.in/books?id=IX15eOeTzmMC&printsec=frontcover#v=onepage&q&f=true सिविल प्रक्रिया संहिता १९०८] (गूगल पुस्तक ; लेखक - अभिनव मिश्र)
*[https://entrancesolver.blogspot.com/2020/07/normal-law-rules.html जरूरी कानूनी सलाह , न्यायालय, फौजदारी, दीवानी, मुफ्त कानूनी सेवायें]
 
[[श्रेणी: न्यायपालिका]]