"सर्जिकल मास्क": अवतरणों में अंतर
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[[Image:Sneeze.JPG|right|thumb|300px|जब लोग बात करते हैं, खाँसते हैं, या छींकते हैं तो उनके मुँह से छोटे-छोटे कण निकलते हैं। शल्यक्रिया में संलग्न लोग यदि सर्जिकल मास्क पहने होते हैं तो ये कण मास्क के अन्दर ही रोक दिए जाते हैं। इस प्रकार ये मास्क रोगकारकों का प्रसार नहीं होने देते हैं।]]
'''सर्जिकल मास्क''' जिसे चिकित्सा में उपयोग किया जाने वाला मास्क भी कह सकते हैं, स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा चिकित्सा कार्य के दौरान पहना जाने वाला एक प्रकार का व्यक्तिगत सुरक्षा साधन होता है। यह मरीज के द्वारा फैलने वाले [[रोगजनक|रोगजनकों]] को हवा के द्वारा फैलने से रोकता है। जिसमें मुख्य रूप से [[जीवाणु]] और [[विषाणु]] शामिल हैं, जो नाक और मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स और एरोसोल को दूसरे व्यक्ति तक जाने से या दूसरे व्यक्ति से पहने वाले व्यक्ति के पास आने से रोकने का कार्य करता है।
==उपयोग==
===स्वास्थ्यकर्मी===
सर्जिकल मास्क का निर्माण चिकित्सकों द्वारा सर्जरी और कुछ चिकित्सा से जुड़े कार्यों के दौरान उपयोग में लाये जाने के लिए बनाया गया है, जिससे पहनने वाले अथवा उसके आसपास के लोगों के मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स और एरोसोल मास्क में ही रह जाये और किसी को भी इससे संक्रमण न हो। इसके पर्याप्त सबूत मिले हैं कि इस तरह के मास्क पहनने से संक्रमण अन्य चिकित्सकों एवं आम जनता को संक्रमित होने से बचाने में प्रभावी है। हालांकि कोकरेन के समीक्षा के अनुसार इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि साफ सर्जरी के बाद जख्म से होने वाले संक्रमण को रोकने में यह प्रभावी है।
स्वास्थ्यकर्मियों को सर्जिकल मास्क पहनने, उपयोग करने, निकालने एवं नष्ट करने का अभ्यास कराया जाता है। सुरक्षा दिशानिर्देशों के अनुसार उन्हें चेहरे में अच्छी तरह फिट आने वाले और परीक्षण किए गए N95 या FFP3 मास्क पहनने बोला जाता है। जिससे वे संक्रमण फैलाने वाले एरोसोल और तरल ड्रॉपलेट्स से स्वयं को बचा सकें।
==सन्दर्भ==
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