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'''संतोष आनंद''' (सन्तोष आनन्द) [[हिंदी]] ([[हिन्दी]]) फिल्मों के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित गीतकार के रूप में जाने जाते हैं। संतोष जी इंडियन आइडल के शो पर आए थे 21/02/2021 को, अपनी ज़िंदगी से जुड़े कुछ भावुक पल दर्शकों के साथ साझा करते हुए भावुक हो गए, गायिका नेहा कक्कड़ ने भेंट स्वरूप 5 लाख रु देने का कहा तो संतोष जी ने कहा,"धन्यवाद बेटी! पर मैं बहुत स्वाभिमानी हूँ किसी से पैसा नहीं लेता भले ही पैसे की तंगी हो, फिर नेहा ने कहा अपनी पोती समझ के रख लीजिए, तो संतोष जी ने भावुक होते हुए हामी भर दी।
इनके पुत्र संकल्प [[गृह मंत्रालय]] में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को समाजशास्त्र और अपराध शास्त्र की शिक्षा देते थे। वे काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे. उन्होंने आत्महत्या से पहले 10 पृष्ठ का आत्महत्या पत्र भी लिखा था। इस आत्महत्या पत्र में केंद्रीय होम डिपार्टमेंट के कई वरिष्ठ अधिकारी और डीआईजी पुलिस संदीप मित्तल का नाम शामिल था। संकल्प ने आरोप लगाया था कि करोड़ों के फण्ड में गड़बड़ी के चलते इन अधिकारियों ने उन्हें सुसाइड के लिए मजबूर किया।
 
संकल्प आनंद 15 अक्टूबर 2014 को अपनी पत्नी के साथ ही दिल्ली से मथुरा पहुँचे थे। दोनों ने कोसीकलाँ कस्बे के पास रेलवे ट्रैक पर पहुँचकर मथुरा की ओर से आने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के सामने कूदकर प्राण दे दिए। इस हादसे में उनकी बेटी के प्राण किसी तरह बच गए। ट्रेन के आगे कूदने से पहले उन्हें रेलवे के एक कर्मचारी गिरिराज सिंह ने ट्रैक के पास जाने से मना किया था। गिरिराज सिंह ने इस पूरी घटना को रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स और गर्वनमेंट रेलवे पुलिस को रिपोर्ट किया था। दोनों के पास से दो मोबाइल फोन और 65000 हजार रुपए  भी मिले थे।
 
27/08/19- जमशेदपुर (झारखंड) भारत पिछले दिनों जमशेदपुर झारखण्ड में श्री गोविंद जी द्वारा संयोजित कार्यक्रम,आदरणीय संतोष आनंद जी ने लगभग 2 घण्टे काव्यपाठ किया।'एक प्यार का नगमा है,दिल दीवानों का डोला' और भी कई गीत, श्रोताओं ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया व्हील चेयर पर होने के बावजूद संतोष जी ने खड़े होकर उत्साह से श्रोताओं के प्यार को स्वीकार किया।
 
अब बात आती है मुख्य बिन्दु की – अखबारों में उन्हें स्थान दिया गया प्रमुखता से, पर उन बातों के साथ जो उन्होंने कही ही नहीं। वे बोले एंड्रॉइड फोन नहीं चला पाता हाथ में कंपन की वजह से, अखबार लिखता है गुमनाम हुए वे होटल के जिस रूम में ठहरे थे वह अखबार के लिए चिकित्सालय का कक्ष हो गया, रानू मण्डल का जिक्र आये बिना ही संतोष जी का वक्तव्य छप गया कि 'रानू मेरे गीत गाकर प्रसिद्ध हुई और मै गुमनाम'।
 
बेचारे संतोष जी बिना किसी लाग लपेट वाले मस्त फकीर उन्हें दुनिया की चालबाजी से मतलब नहीं है।
 
 
 
 
संतोष जी इंडियन आइडल के शो पर आए थे 21/02/2021 को, अपनी ज़िंदगी से जुड़े कुछ भावुक पल दर्शकों के साथ साझा करते हुए भावुक हो गए, गायिका नेहा कक्कड़ ने भेंट स्वरूप 5 लाख रु देने का कहा तो संतोष जी ने कहा,"धन्यवाद बेटी! पर मैं बहुत स्वाभिमानी हूँ किसी से पैसा नहीं लेता भले ही पैसे की तंगी हो, फिर नेहा ने कहा अपनी पोती समझ के रख लीजिए, तो संतोष जी ने भावुक होते हुए हामी भर दी।
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== पुरस्कार ==
1974 में, फिल्म रोटी कपड़ा और मकान के गीत- मैं न भूलूंगा, और 1983 में प्रेमरोग फिल्म गीत मुहब्बत हैं, क्या चीज के लिए फिल्मसंतोष फेयरआनंद अवार्डको फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा 2016 में इन्हें यश भारती पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
१९७५ व १९८३ में वे अपने गीतों के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीत चुके हैं।
 
1974 में, फिल्म रोटी कपड़ा और मकान के गीत- मैं न भूलूंगा, 1983 में प्रेमरोग फिल्म गीत मुहब्बत हैं, क्या चीज के लिए फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
 
2016 में यश भारती
 
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== प्रसिद्ध रचनाएं==