"कामशास्त्र": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 56:
* '''कामसूत्र का समाजशास्त्रीय अध्ययन''' :- यह ग्रन्थ पं० देवदत्त शास्त्री द्वारा विरचित है।
 
==इन्हें भी देखें==
===पश्चाद्वात्स्यायन काल===
मध्ययुग के लेखकों ने कामशास्त्र के विषय में अनेक ग्रंथों का प्रणयन किया। इनका मूल आश्रय वात्स्यायन का ही ग्रंथरत्न है और रतिक्रीड़ा के विषय में नवीन तथ्य विशेष रूप से निविष्ट किए गए हैं। ऐसे ग्रंथकारों में कतिपय की रचनाएँ ख्यातिप्राप्त हैं —