"मनोविज्ञान शब्दावली": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 55:
'''अभिवृत्ति की केंद्रिकता''' (Centrality of attitude) : वह मात्र जहाँ तक कोई एक विशिष्ट अभिवृत्ति पूरी अभिवृत्ति व्यवस्था को बभावित करती है।<br><br>
'''सेवार्थी-केंद्रित (रोशर्स की) चिकित्सा''' (Client-centred (Rogerian) therapy): कार्ल रोशर्स द्वारा विकसित चिकित्सा उपागम जिसमें चिकित्सक
'''सहकार्य''' (Coaction) : ऐसी स्थिति जिसमें बहुत से लोग दूसरों की उपस्थिति में उसी कार्य को करते हैं।<br><br>
पंक्ति 81:
'''अनुपालन''' (Compliance) : सामाजिक बभाव का एक बकार जिसमें एक या अधिक व्यक्ति, बभुत्व न रखते हुए भी, एक या अधिक व्यक्तियों के सीमो अनुरोधों को स्वीकार कर लेते हैं।<br><br>
'''घटकीय बुद्धि''' (Componential intelligence) : स्टर्नबर्ग के त्रिचापीय सिणंत में यह आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक दृष्टि से सोचने की योग्यता का द्योतक है।<br><br>
'''द्वंद्व''' (Conflict) : परस्पर-विरोधी अभिबेरकों, अंतर्नोदों, आवश्यकताओं या लक्ष्यों से उत्पन्न हुए विक्षोभ या तनाव की दशा।<br><br> '''अनुरूपता''' (Conformity) : सामाजिक बभाव का एक बकार जिसमें व्यक्ति वर्तमान सामाजिक मानकों का अनुपालन करते हुए अपनी अभिवृत्तियों या व्यवहार में परिवर्तन कर लेते हैं।<br><br>
Line 101 ⟶ 103:
'''भीड़ सहिष्णुता''' (Crowding tolerance) : उच्च सघनता या भीड़-भाड़ वाले पर्यावरण के प्रति मानसिक रूप से समायोजन करने की योग्यता, जैसे - भीड़ वाले घर में रहना।<br><br>
'''संस्कृति-निरपेक्ष परीक्षण''' (Culture-fair test): ऐसा परीक्षण जो
'''रक्षा युक्तियाँ''' (Defence mechanisms) : फ्रायड के अनुसार वे तरीके जिनमें ‘अहं’ अचेतन रूप से ‘इदम्’ के अस्वीकार्य आवेगों का बयत्न करता है, जैसा कि दमन, प्रक्षेपण, प्रतिक्रिया-निर्माण, उदानीकरण, युक्तिकरण आदि में होता है।<br><br>
Line 155 ⟶ 157:
'''मूल गुणारोपण त्रुटि''' (Fundamental attribution error) : व्यवहार के लिए बां कारणों की अपेक्षा आंतरिक कारणों का अधिक गुणारोपण करने की प्रवृत्ति।<br><br>
'''सामान्य अनुकूलन संलक्षण''' (General adaptation
'''आनुवंशिकी''' (Genetics) : जीवविज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत बाणियों में जीनों की गुणता स्थानांतरण का अमययन किया जाता है।<br><br>
Line 161 ⟶ 163:
'''गेस्टाल्ट चिकित्सा''' (Gestalt therapy) : चिकित्सा का एक ऐसा उपागम जो सेवार्थी के विचारों, भावनाओं और व्यवहार को एक एकीकृत संपूर्ण में समाकलित करने का प्रयास करता है।<br><br>
'''सा-कारक''' (g-factor): बुद्धि की सभी अभिव्यक्तियों में निहित मूल बौण्कि क्षमता का संकेत देने वाला सामान्य बुद्धि कारक।<br><br>
'''समूह''' (Group) : दो या अधिक व्यक्ति जो एक-दूसरे से अंतक्रिया करते हैं, साझा लक्ष्य रखते हैं, एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं तथा अपने को एक ही समूह का सदस्य समझते हैं।<br><br>
Line 191 ⟶ 193:
'''अनन्यता''' (Identity) : किस व्यक्ति के विशिष्ट लक्षण-हममें से हरेक कौन है, हमारी क्या भूमिकाएँ हैं और हम क्या-क्या कर सकते हैं।<br><br>
'''विसंगत अभिवृत्ति परिवर्तन''' (Incongruent attitude
'''व्यक्तिगत भिन्नताएँ''' (Individual differences) : लोगों की विशेषताओं और व्यवहार के स्वरूपों की स्पष्ट विविमाताएँ और भिन्नताएँ।<br><br>
Line 253 ⟶ 255:
'''प्रेक्षण-प्रणाली''' (Observational method) : बिना किसी कारक को बहस्तित किए स्वाभाविक/सहज ढंग से घटित होने वाले गोचर का किसी शोमाकर्ता द्वारा बेक्षण करने की विधि।<br><br>
'''मनोग्रसित-बाध्यता विकार''' (Obsessive-compulsive disorder) : ऐसा विकार जिसमें बामयताओं या मनोग्रस्तियों के लक्षण पाए जाते हैं।<br><br>
'''इडिपस मनोग्रंथि''' (Oedipus complex) : फ्रायड द्वारा बदन संबत्यय जिसमें किशोर अपने लिंग के माता-पिता का स्थान लेने की तथा विपरीत लिंग के माता-पिता का वही स्नेह पाने की उत्कट इच्छा विकसित कर लेता है।<br><br>
Line 263 ⟶ 265:
'''निष्पादन परीक्षण''' (Performance test) : ऐसा परीक्षण जिसमें भाषा की भूमिका न्यूनतम होती है क्योंकि उस कृत्य में वाचिक अनुक्रियाओं की अपेक्षा बकट गत्यात्मक या पेशीय अनुक्रियाओं की आवश्यकता पड़ती है।<br><br>
'''व्यक्तिगत अनन्यता''' (Personal identity) : किसी व्यक्ति की सबसे अलग, सबसे भिन्न बाणी के रूप में पहचान।<br><br>
'''व्यक्तिगत स्थान''' (Personal space) : किसी व्यक्ति के आसपास का वह छोटा-सा स्थान जिसे वह निजी या व्यक्तिगत समझता है और अतिक्रमण होने पर मामकी या अप्रसन्नता का अनुभव करता है।<br><br> '''अनुनयता''' (Persuasibility) : वह स्तर या मात्र जहाँ तक लोगों को उनकी अभिवृत्तियों में परिवर्तन करने के लिए सहमत किया जा सकता है।<br><br>
Line 277 ⟶ 281:
'''सकारात्मक स्वास्थ्य''' (Positive health) : इसमें एक स्वस्थ शरीर, अच्छे अंतर्वैयक्तिक संबंमा, जीवन में सोपेश्यता की भावना और दबाव, अभिघात तथा परिवर्तन के प्रति सह्यता निहित होते हैं।<br><br>
'''अभिघातज उत्तर दबाव विकार''' (Post-traumatic stress disorder) : भूकंप या बाढ़ जैसी विपदा के पश्चात लोगों में उत्पन्न होने वाले लक्षणों के प्रतिरूप जिनमें दुश्चिंता प्रतिक्रियाएँ, तनाव, दुःस्वप्न तथा अवसाद आदि सम्मिलित होते हैं।<br><br>
'''निर्धनता''' (Poverty) : यह आर्थिक वंचन है। इसका संबंध कम आय, भूख, निम्न जाति या वर्ग, निरक्षरता, निम्न स्तर के आवास, भीड़-भाड़, सार्वजनिक सुविधाओं की कमी, कुपोषण और अल्प-पोषण तथा बीमारियों की प्रबल आशंका आदि से होता है।<br><br>
Line 297 ⟶ 301:
'''प्रक्षेपी तकनीकें''' (Projective techniques) : किसी व्यक्ति का अपने संसार के प्रति क्या दृष्टिकोण है या वह उसमें रहकर किस प्रकार व्यवहार करता है, इस संबंध में उसकी लक्षण-विधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए अस्पष्ट, अनेकार्थी, असंरचित उपीपक विषयों अथवा स्थितियों का उपयोग।<br><br>
'''समाजोन्मुख या समाजोपकारी व्यवहार''' (Pro-social behaviour) : बिना किसी बाहरी दबाव के और बिना किसी पुरस्कार या प्रतिफल की प्रत्याशा के दूसरे की भलाई के लिए किया गया व्यवहार।<br><br>
'''आद्यरूप''' (Prototype) : किसी श्रेणी के रूप में एक अन्विति योजना जो किसी वस्तु या व्यक्ति की सभी संभावित गुणवत्ताओं का प्रतिनिधित्व करती हो।<br><br>
Line 415 ⟶ 419:
'''प्ररूपविज्ञान''' (Typology) : व्यक्तियों का अलग-अलग कोटियों या प्ररूपों में तर्कसंगत संवर्गीकरण, जैसे-टाइप ‘ए’ व्यक्तित्व।<br><br>
'''अशर्त सकारात्मक आदर''' (Unconditional positive regard) : किसी बेक्षक की ओर से, बिना इस बात पर मयान दिए कि दूसरा व्यक्ति क्या कहता या करता है, उस व्यक्ति को स्वीकार करने और सम्मान करने की अभिवृत्ति।<br><br>
'''अचेतन''' (Unconscious) : मनोविश्लेषण सिणंत में कोई भी ऐसी क्रिया या मानसिक संरचना जिसकी जानकारी व्यक्ति को नहीं होती।<br><br>
|