वीरराजेन्द्र चोल
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वीरराजेंद्र चोल (1064 ई॰ - 1070 ई॰) दक्षिणी भारत के चक्रवर्ती सम्राट राजेन्द्र प्रथम का पुत्र था और अपने बड़े भाइयों राजाधिराज प्रथम और राजेन्द्र द्वितीय के बाद चोल साम्राज्य की सत्ता संभालने वाला राजा बना।
==सन्दर्भ==upadhi - rajkeshri
1066 kudal Sangam ke yudh me veer rajendra ne Kalyani ke chalukye someshwar ko parajit kiya jiske bad someshwar -1 tungbhadra nadi me aatmahatya kr leta hai
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