वी गोपाल
वी गोपाल (पंजाबी: ਵੀ ਗੋਪਾਲ)[1] हिन्दी फ़िल्मों के एक हास्य अभिनेता थे। उनहोनें फ़िल्म "चम्बे दी काली" (1940) से अपने अभिनय सफर शुरूआत की थी, फिर 20 वर्ष के अंतराल के बाद "पासपोर्ट" (1961) से वापसी की। उनकी अटक-अटक के संवाद कहने की भिन्न शैली थी।
वी गोपाल | |
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जन्म | होशियारपुर, पंजाब, ब्रिटिश भारत |
उपनाम | गोपाल |
पेशा | अभिनेता |
कार्यकाल | 1960-80 |
व्यक्तिगत जीवन
संपादित करेंउनका जन्म होशियारपुर, पंजाब मे हुआ था।
प्रमुख फिल्में
संपादित करेंवर्ष | फ़िल्म | भूमिका |
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1961 | पासपोर्ट | जनार्दन |
1964 | हकीकत | चतुरम |
1965 | गाइड | होटल मैनेजर |
1967 | ज्वैलथीफ | |
1970 | पवित्र पापी | विवाह प्रबंधक |
जॉनी मेरा नाम | कैसिनो प्रबंधक | |
जीवन मृत्यु | भीम सेन | |
सुहाना सफर | गोपाल | |
हमजोली | रिश्ता कराने वाला | |
1971 | तेरे मेरे सपने | कैमिस्ट |
नया ज़माना | पंडित | |
1972 | आँखों आँखों में | चतुरम गोवर्धन गिरधारी |
विक्टोरिया नं॰ 203 | पागल | |
जंगल में मंगल | कांस्टेबल बहादुर सिंह | |
शोर | मि० मुरादाबादी | |
1973 | लोफर | हैड कांस्टेबल |
हँसते ज़ख़्म | ब्रह्मस्वरूप |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ वी गोपाल जीवनी[मृत कड़ियाँ] http://movies.raftaar.in/ Archived 2015-08-26 at the वेबैक मशीन