शैलेन्द्र यादव ‘ललई’
शैलेन्द्र यादव ‘ललई’ एक भारतीय राजनेता हैं और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश की सत्रहवीं विधानसभा में जौनपुर जिले की शाहगंज विधानसभा से निर्वाचित सदस्य (विधायक) हैं।[1] वह अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्व वाली पूर्ववर्ती उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा एवं नियोजन राज्य मंत्री के पद पर सुशोभित थे।[2] वह 2002 से लगातार चौथी बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य (विधायक) के रूप में निर्वाचित हुए हैं।[3] समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इन्हें सत्रहवीं विधानसभा में समाजवादी पार्टी का उप-मुख्य सचेतक नियुक्त किया है।[4]
शैलेन्द्र यादव ‘ललई’ | |
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विधायक - शाहगंज विधान सभा, उत्तर प्रदेश
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कार्यकाल 2017 से अब तक | |
ऊर्जा एवं नियोजन राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार
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कार्यकाल 2015 से 2017 | |
उत्तरा धिकारी | स्वतंत्र देव सिंह |
विधायक - शाहगंज विधान सभा, उत्तर प्रदेश
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कार्यकाल 2012 से 2017 | |
विधायक - खुटहन विधान सभा, उत्तर प्रदेश
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कार्यकाल 2007 से 2012 | |
समाज कल्याण एवं आवास राज्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार
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कार्यकाल 2003 से 2007 | |
विधायक - खुटहन विधान सभा, उत्तर प्रदेश
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कार्यकाल 2002 से 2007 | |
पूर्वा धिकारी | उमाकांत यादव |
जन्म | 1 जुलाई 1965 ग्राम- पखनपुर, जिला- जौनपुर (उ०प्र०) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शैक्षिक सम्बद्धता | गोरखपुर विश्वविद्यालय |
प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा
संपादित करेंउत्तर प्रदेश की राजनीति में एक असरदार, अनुशासित और जनप्रिय नेता के रूप में स्वयं को स्थापित करने वाले शैलेन्द्र यादव 'ललई' का जन्म एक जुलाई, 1965 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में स्थित ग्राम- पखनपुर में हुआ। आपके पिताजी श्री तालुकदार यादव किसान थे और अपनी विद्वता और सज्जनता के कारण क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में गिने जाते थी। गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि अर्जित करने वाले 'ललई' छात्र जीवन से ही समाजसेवा और राजनीति की ओर आकर्षित थे।[4]
राजनैतिक जीवन
संपादित करें80 के दशक में समाजसेवा से सक्रिय राजनीति में क़दम रखने के बाद शैलेन्द्र यादव 'ललई' उत्तर प्रदेश की राजनीति में तब उभर कर आये जब वर्ष 1985 में उन्हें युवा लोकदल की प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया।1988 में बाबू विश्वनाथ प्रताप सिंह के नेतृत्व में लोकदल, जनमोर्चा एवं अन्य विपक्षी दलों का जुटान एक मंच पर होने के बाद जनता दल का गठन हुआ और 1991 में 'ललई' को युवा जनता दल का प्रदेश महामंत्री बनाकर युवाओं को संगठन से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई।[4]
पार्टी के युवा और तेज-तर्रार नेता के रूप में अपनी छवि बनाने वाले ललई यादव को 1993 में जनता दल ने जौनपुर जिले की खुटहन विधानसभा से प्रत्याशी बनाया किंतु उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।[2] इस बीच पिछड़ों और दलितों की नेता मायावती से प्रभावित होकर ललई ने बसपा का दामन थाम लिया 2002 के उ०प्र० विधानसभा चुनावों में बसपा के टिकट पर खुटहन विधानसभा के तत्कालीन बाहुबली विधायक उमाकांत यादव को पटखनी देकर पहली बार विधानसभा पहुंचे।[2] तब से लेकर आज तक वह लगातार चौथी बार उ०प्र० विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं।[3] माना जाता है कि 2003 में बसपा से बगावत कर सपा की सरकार बनवाने में इनकी अहम भूमिका थी।[2] जिसके बाद इनकी नेतृत्व क्षमता और राजनीति में बढ़ते हुए क़द से प्रभावित होकर मुलायम सिंह यादव ने इन्हें राज्य मंत्री के रूप में अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया।[2]
महत्वपूर्ण पद
संपादित करेंक्र० | वर्ष | दल / सरकार | पद |
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1. | 1985 | युवा लोकदल | सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी, उत्तर प्रदेश |
2. | 1991 | युवा जनता दल | प्रदेश महामंत्री, उत्तर प्रदेश |
3. | 2002 | बहुजन समाज पार्टी | विधायक- खुटहन, जौनपुर, उत्तर प्रदेश |
4. | 2003-2007 | समाजवादी पार्टी / उत्तर प्रदेश सरकार | राज्य मंत्री, समाज कल्याण एवं आवास विभाग |
5. | 2007 | समाजवादी पार्टी | विधायक- खुटहन, जौनपुर, उत्तर प्रदेश |
6. | 2012 | समाजवादी पार्टी | विधायक- शाहगंज, जौनपुर, उत्तर प्रदेश |
7. | 2015-2017 | उत्तर प्रदेश सरकार | राज्य मंत्री, ऊर्जा एवं नियोजन विभाग |
8. | 2017 | समाजवादी पार्टी | विधायक- शाहगंज, जौनपुर, उत्तर प्रदेश |
सन्दर्भ
संपादित करेंa
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 9 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जुलाई 2017.
- ↑ अ आ इ ई उ "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जुलाई 2017.
- ↑ अ आ "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जुलाई 2017.
- ↑ अ आ इ "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 13 जुलाई 2017.