अभिन्न श्याम गुप्ता
The President Dr. A.P.J. Abdul Kalam presenting the Arjuna Award for the year 2004 to Shri Abhinn Shyam Gupta for Badminton, at a glittering function in New Delhi on August 29, 2005

पृष्ठभूमि और प्रारंभिक जीवन संपादित करें

अभिन्न  श्याम गुप्ता का ज्न्म २२ अक्टूबर १९७९ को इलाहाबाद में हुआ था|  वह ऍक प्रसीध बैडमिंटन खिलाड़ी है । वर्तमान में वह इलाहाबाद शहर में रहते है और एकल में एक राष्ट्रीय चैंपियन है। गुप्ता जी ने पुरुषों के एकल में २००४ ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग लीऍ था ऑर कोरिया के पार्क ताई-सांग को ३२ के दौर में हार गऍ थे। अभिम बीकॉम में स्नातक हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से  उनहोनॅ अपनी डिग्री हासील कीइ हॅ । अभिन्न ने अपने माता-पिता की मर्जी से २७ अप्रैल २००७ को फिरोजाबाद के बिजनेसमैन महेश चन्द्र गुप्ता की बेटी डॉ नलिनी गुप्ता से शादी की थी। वाइफ डेंटिस्ट हैं और अपना क्लीनिक चलाती हैं। इनके दो बच्चे हैं - शिवेश और अंशिका। उन्होने  कई सीरीज़ में भागीदारी लीया हॅ जॅसे  वेल्थ गेम्स-कुआलालंपुर , विश्व चैम्पियनशिप-कोपेनहेगन ,फ्रेंच सुपर सीरीज़, सेविले ,मैनचेस्टर,एशियाई खेलों-बुसान,बर्मिंघम,विश्व ओलंपिक-एथेंसै| 

कैरियर संपादित करें

गुप्ता जी ने ५ साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था।करियर के दौरान इन्होंने करीब ३५ देश विजिट किए, जिसमें इंग्लैंड, फ्रांस, हॉलैंड, जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, न्यूजीलैंड, मलेशिया शामिल हैं।१९९८ में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गुप्ता जी सिल्वर मेडल जीते थे। उसके बाद २००३ में मलेशिया में हुए टूर्नामेंट में गुप्ता जी वर्ल्ड नंबर १ बैडमिंटन प्लेयर रोसलिन हासिम को हराया।। उन्होंने मिनी, सब जूनियर, जूनियर ट्वीक्स और सीनियर ट्वीक्स में नंबर 1 रैंकिंग हासिल की। इसी वजह से उनका नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज है। गुप्ता जी ९ साल की उम्र में फरवरी १९८८ में हैदराबाद में हुई यूपी मिनी नेशनल चैंपियनशिप में जीत दर्ज की थी। गुप्ता जी साउथ कोरिया में हुई जूनियर एशियन चैंपियनशिप में इंडियन टीम के साथ गए थे। उस टूर्नामेंट के दौरान उन्होनें पीवी सिंधु को कोचिंग दी थी।तब तत्कालीन डीआईजी अजय राज शर्मा ने गुप्ता जी को सम्मानत किया था।

मुख्य उपलब्धियों संपादित करें

अभिन्न श्याम गुप्ता के पिताजी श्याम बाबू नेशनल हॉकी प्लेयर रहे है । उन्होंने बचपन से गुप्ता जी को एथलीट बनने के लिए इंस्पायर किया था। वो गुप्ता जी को हॉकी प्लेयर बनाना चाहते थे, लेकिन अपने एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने बैडमिंटन खेलने के लिए गुप्ता जी को प्रेरित किया। गुप्ता पिताजी के साथ रोज सुबह ५ बजे साइकिल से प्रैक्टिस करने जाता थे, जहां कोर्ट में घंटों बिताता थे | इस मेहनत का ही नतीजा था कि अभिन्न इंडिया के एकमात्र ऐसे प्लेयर बने, जिसने ४ कैटेगरी में नेशनल चैंपियन बनने का रिकॉर्ड बनाया।गुप्ता जी को लखनऊ के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी यशभारतीय पुरस्कार से सम्मानीत कीया था|अभिन्न श्याम गुप्ता इलाहाबाद के एक मात्र खीलाडी है जो ओलिंपियन के साथ अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किऍ गऍ थे |

अन्य सेवाएं संपादित करें

अमिताभ बच्चन स्पोटर्स काम्पलेक्स (म्योहाल) और मेजर रंजीत सिंह स्पोटर्स काम्पलेक्स में १३ बैडमिंटन कोर्ट बनाए जाने के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी से युवा खिलाड़ियों को कोचिंग दिलाने की बातचीत चल थी जीसमें गुप्ता जी से संपर्क साधा गया था| उन्होंने इसके लिए हामी भर दी है। पिछले साल भी गुप्ता जी को यूपी की जूनियर टीम का मुख्य कोच भी बनाया गया था। हाल ही चेन्नई में वेटरन प्रतियोगिता के दौरान अभिन्न के पाव में चोट लग गई थी। इसके बाद से वह कोर्ट पर नहीं उतर रहे हैं। गुप्ता जी एक स्पोर्ट्स एकेडमी खोलना चाहते हैं | वह चाहते हॅं देश के बच्चे स्पोर्ट्स में बेहतर करियर बनाएं। [1] [2] [3]

  1. https://www.bhaskar.com/uttar-pradesh/allahabad/news/UP-ALAH-indian-international-badminton-player-abhinn-shyam-gupta-now-living-simple-life-5594027-PHO.html
  2. https://www.jagran.com/uttar-pradesh/allahabad-city-abhinn-shyam-will-give-coaching-soon-17759661.html
  3. https://www.patrika.com/allahabad-news/abhinna-shyam-gupta-found-yash-bharati-award-1248030