मेरा नाम टीना मरिय डिसोज़ा है। मैं क्रैस्ट ऊनिवर्सिटि में एक स्नातक छात्रा हूँ।

पृष्टभूमि

संपादित करें

मेरा जन्म ६ जुलाई १९९९ को कर्नाटक राज्य के विरासत शहर मैसूर में हुआ। मेरा परिवार एक रोमन कैथोलिक कोंकणी परिवार है। मरी पिताजी श्री। ब्रयन जेरार्ड डिसोज़ा पेप्सी कारखाने में काम कर रहे थे। मेरे माताजी श्रीमति। मेरी आग्नेस नेल्लि डिसोज़ा मैसूर में प्रौढशाला अध्यापिका के पद में काम कर रहे है। मैं अपनी माता-पिता के इकलौती संतान हूँ।

मैं बालवाडी शिक्षा से दस्वीं कक्षा तक मैसूर के क्रैस्ट द किंग कान्वेंट में पढ़ी। मैं पदवी-पूर्व शिक्षा को मैसूर के सेंट फिलोमिना पदवी-पूर्व काॅलेज से प्राप्त किया। अभी मैं बेंगलूर के क्रैस्ट ऊनिवर्सिटि से अर्थशास्त्र, राज्यशास्त्र और समाजशास्त्र विषयों में स्नातक पदवी के लिए पढ रही हूँ। मेरा स्कूल और मेरा पदवी-पूर्व कॉलेज दोनों भी मुझे अपने प्रतिभा बढ़ाने के लिए बहुत मौक़ा दिये थे। वे अपने लिए एक और घर जैसा बन गये।

संपादित करें

मैं बेंगलुर आने की और क्रैस्ट ऊनिवार्सिटि को चुनने की कारण यह है कि मुझे लगता है कि बेंगलूर जैसी विश्ववादी शहर में मेरी सारी सपनों को एहसास करने के लिए मुझे खूब सारे अवसरों मिलेगा। अभी तक क्रैस्ट ऊनिवर्सिटि में मेरी यात्रा बहुत फलदायक रही है, और आनेवाले दिन में भी मैं और अधिक दिलचस्प और अविस्मरणीय अनुभवों के इंतज़ार कर रही हूँ।

मैं स्नातकोत्तर अध्ययन करके सामाजिक अभिवृद्धि के क्षेत्र में समुदाय आयोजक जैसे क्षमता में समाज को अपनी योगदान देना चाहता हूँ। युनेस्को या यूनिसेफ जैसे संस्थाएँ में काम करना मेरी एक बडी सपना है।

संगीत, समाज सेवा, यात्रा करना, विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानना और किताबें पढने में मेरी रुचि है। पुस्त्कें बचपन से मेरे साथी रहे थे। एनिड ब्लाइटन, आर. के. नारायाण, झुम्पा लहिड़ी और जे. के. रोलिंग मेरे सबसे इष्ट लेखकों है। मैंने महावाद्य (पियानो) विशेषतः पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में भी प्रशिक्षित किया हूँ।

संगीत में मेरी रुचि अपनी माता-पिता, विषेश्तः मेरी पिता से संदीप्त हुई। मेरी गायन क्षमताओं अपने संगीत गुरु के मार्गदर्शन में विकसित हुआ जब मैं मैसूर के प्रसिद्ध "सेंट फिलोमिनास चर्च चिलड्रेंस कायर" के सदस्या बन चुके। सुसमाचार संगीत, गायक-मंडली संगीत, रेग और पाश्चिमी और भारतीय संलयन संगीत मेरी पसंदीदा संगीत शैलियों हैं।

उपलब्धिया

संपादित करें

मैं अपनी पाठशाला की मंत्रिमंडल में संयुक्त सचिव, सांस्कृतिक मामलों के मंत्री और मुखिया लडकी (हेड गर्ल) पदों में काम किया हूँ। अनेक प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त किये गये अपने शाला और संगीत शाला के गायक-मंडली की सदस्या भी थी।