सरिय्या ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी (कदीद)

सरिय्या हज़रत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी रज़ि० (कदीद) का सैन्य अभियान मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी के नेतृत्व में 7 हिजरी,में हुआ। वो इस्लामिक पैगंबर मुहम्मद के शुरुआती साथी (सहाबा) और कमांडर थे।

सरिय्या हज़रत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी रज़ि० (कदीद)
मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग
तिथि 7 हिजरी
स्थान
परिणाम
  • सफल ऑपरेशन
  • बदला लिया और ढोर-डंगर हांक लाए
सेनानायक
हज़रत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी अनजान
मृत्यु एवं हानि
None बहुत क़त्ल हुए

इस्लाम के विद्वान सफिउर्रहमान मुबारकपुरी लिखते हैं कि सरिय्या कदीद सफ़र या रबीउल अव्वल सन् 07 हि० में हुआ। यह सरिय्या गालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी रज़ि० की कमान में कदीद की ओर क़बीला बनी मलूह की सजा के तौर पर रवाना किया गया। वजह यह थी कि बनू मलूह ने बिश बिन सुवैद के साथियों को कत्ल कर दिया था और उसी के बदले के लिए इस टुकड़ी की रवानगी में आई थी। इस टुकड़ी ने रात को छापा मार कर बहुत से लोगों को कत्ल कर दिया और ढोर-डंगर हांक लाए। फिर इनके दुश्मन ने एक बड़ी सेना के साथ पीछा किया, लेकिन जब मुसलमानों के करीब पहुंचे तो वर्षा होने लगी और एक ख़तरनाक बाढ़ आ गयी जो दोनों फरीका के दर्मियान रुकावट बन गयी। इस तरह मुसलमानों ने वापसी का बाकी रास्ता भी शान्तिपूर्वक तय कर लिया। [1]

सराया और ग़ज़वात

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इस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [2] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[3] [4]

इन्हें भी देखें

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  1. सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सरिय्या कदीद (सफ़र या रबीउल अव्वल सन् 07 हि०)". पृ॰ 776. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
  2. Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
  3. siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
  4. ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up

बाहरी कड़ियाँ

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