सरिय्या बशीर बिन साद (फ़िदक)
सरिय्या हज़रत बशीर बिन साद रज़ि० (फ़िदक) का पहला सैन्य अभियान जो इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर फ़िदक के लिए था, इस्लामिक कैलेंडर के शाबान, 7 हिजरी यानी दिसंबर 628 ईस्वी में हुआ था।
सरिय्या हज़रत बशीर बिन साद रज़ि० (फ़िदक) | |||||
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मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग | |||||
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विवरण
संपादित करेंसरिय्या बशीर बिन साद अंसारी शाबान 7 हिजरी में फ़दक (ख़ैबर में एक मुक़ाम जो मदीना से दो या तीन मंज़िल पर है मैं बनू मर्राह की तरफ़ भेजा गया। उनके साथ 30 लोग थे वो पहले बकरीयां चराने वालों से मिले बनू मर्राह का पता किया तो बताया गया वो जंगलों में गए हैं बशीर बिन साद ने ऊंट और बकरीयां लीं और मदीना को रवाना हुए किसी ने क़बीले वालों को ख़बरदार किया उनमें से हब्शियों ने बशीर बिन साद को ढूंढ लिया आपस में तीर-अंदाज़ी हुई रात-भर ये सिलसिला जारी रहा बहुत सख़्त लड़ाई हुई मुस्लमानों के तीर ख़त्म हो गए। बशीर को छोड़कर सभी 29 मुसलमानों को मार डाला। बशीर बिन साद ज़ख़मी हुए किसी ने उनके टख़ने पर चोट लगाई ताकि मालूम करे कि ज़िंदा हैं या फ़ौत हो चुके जबकि ज़िंदा थे वो मुर्दा समझ कर छोड़ गया वो अपने ऊंट और बकरीयां लेकर वापिस हो गए। एल्बा बिन हारस्सी ये ख़बर लेकर रसूल अल्लाह की बारगाह में हाज़िर हुए बाद में बशीर बिन साद भी पहुंच गए[1][2][2][3]
सराया और ग़ज़वात
संपादित करेंइस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [4] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[5] [6]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ سریہ بشیر بن سعد انصاری (فدک) https://ur.wikipedia.org/s/4tp6
- ↑ अ आ Atlas Al-sīrah Al-Nabawīyah. Darussalam. 2014. पृ॰ 205. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789960897714.
- ↑ "List of Battles of Muhammad". मूल से 26 July 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 April 2011.
- ↑ Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
- ↑ siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
- ↑ ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Ar-Raheeq Al-Makhtum|Ar Raheeq Al Makhtum– The Sealed Nectar (Biography Of The Noble Prophet) -First PRIZE WINNER BOOK Ar Raheeq Al Makhtum
- अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी), पैगंबर की जीवनी (प्रतियोगिता में प्रथम पुस्तक) अर्रहीकुल मख़तूम