साँचा:आज का आलेख ७ दिसंबर २०१०

कन्नड़ का द्विभाषी पट्ट
कन्नड़ का द्विभाषी पट्ट
कन्नड़ (ಕನ್ನಡ लुआ त्रुटि मॉड्यूल:Lang में पंक्ति 1670 पर: attempt to index field 'engvar_sel_t' (a nil value)।, [ˈkʌnːəɖa]) या कैनड़ीज़[1] भारत के कर्नाटक राज्य में बोले जानेवाली भाषा है और कर्नाटक की राजभाषा है। यह भारत के सबसे ज़्यादा प्रयोग की जाने वाली भाषाओं में से एक है। ४.५० करोड़ लोग कन्नड भाषा प्रयोग करते हैं।[2] ये भाषा एन्कार्टा के अनुसार विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली ३० भाषाओं की सूची में २७वें स्थान पर आती है।[3] ये द्रविड़ भाषा-परिवार में आती है पर इसमें संस्कृत से भी बहुत शब्द हैं। कन्नड भाषा इस्तेमाल करनेवाले इसको विश्वास से 'सिरिगन्नड' बोलते हैं। कन्नड भाषा कुछ २५०० साल से उपयोग में है। कन्नड लिपि कुछ १९०० साल से उपयोग में है। कन्नड अन्य द्रविड़ भाषाओं की तरह है। तेलुगु, तमिल और मलयालम इस भाषा से मिलतेजुलते है। संस्कृत भाषा से बहुत प्रभावित हुई यह भाषा में संस्कृत में से बहुत सारे शब्द वही अर्थ से उपयोग किया जाता है। कन्नड भारत की २२ आधिकारिक भाषाओं में से एक है।[4]  विस्तार में...
  1. [1].[जैमिनी भारत: प्रसिद्ध कन्नड़ काव्य, अनुवाद एवं टीका सहित (१८५२)].[२०१०-११-१३].
  2. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; census नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।
  3. १ करोड़ से अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषाएं. एन्कार्टा. Archived 2009-10-31.
  4. "कर्नाटक आधिकारिक भाषा अधिनियम" (PDF). संसदीय मामलों एवं विधि का आधिकारिक जालस्थल. कर्नाटक सरकार. अभिगमन तिथि २९ जुलाई २००७.