सामाजिक अध्ययन सामाजिक विज्ञान, मानविकी और इतिहास का समाकलित अध्ययन हैं। शालेय कार्यक्रम में, सामाजिक अध्ययन, एक समन्वित व्यवस्थित अध्ययन प्रदान करता है, जो मानवशास्त्र, पुरातत्वशास्त्र, अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहास, विधिशास्त्र, दर्शन, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, धर्म, और समाजशास्त्र जैसे अनुशासनों से, और साथ ही, मानविकी, गणित, और प्राकृतिक विज्ञान की उचित सामग्री से, लिया जाता हैं।

एक अन्तरनिर्भर विश्व में, एक सांस्कृतिक रूप से विविध, लोकतान्त्रिक समाज के नागरिकों के रूप में, युवा लोगों द्वारा सार्वजनिक हित के लिए, सूचित और तर्कस्वरूप निर्णय ले पाने की क्षमता को विकसित करने में सहायता करना, सामाजिक अध्ययन का प्राथमिक हेतु है।[1]

  1. (NCSS Task Force on Standards for Teaching and Learning in the Social Studies, 1993, p. 213)