सुरहा ताल
सुरहा ताल (Surha Tal) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बलिया ज़िले में स्थित एक प्राकृतिक गोखुर झील है, जो गंगा नदी द्वारा निर्मित है। इसका क्षेत्रफल 34.32 वर्ग किमी है और यह ज़िले के मुख्यालय, बलिया, से 17 किमी दूर है। यहाँ स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की भीड़ लगी रहती है, और सन् 1991 में इसे "सुरहा ताल पक्षी विहार" के नाम से एक पक्षी अभयारण्य घोषित कर दिया गया, जिसका औपचारिक नाम अब "जय प्रकाश नारायण पक्षी विहार" है।[1][2][3]
सुरहा ताल | |
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Surha Tal जय प्रकाश नारायण पक्षी विहार | |
स्थान | बलिया ज़िला, उत्तर प्रदेश |
निर्देशांक | 25°51′00″N 84°10′00″E / 25.85000°N 84.16667°Eनिर्देशांक: 25°51′00″N 84°10′00″E / 25.85000°N 84.16667°E |
प्रकार | गोखुर झील |
मुख्य बहिर्वाह | कटहर नाला (गंगा नदी में विलय होता है) |
द्रोणी देश | भारत |
अधिकतम लम्बाई | 4.5 कि॰मी॰ (15,000 फीट) |
सतही क्षेत्रफल | 34.32 कि॰मी2 (369,400,000 वर्ग फुट) |
द्वीप | कोई नहीं |
विवरण
संपादित करेंसुरहा ताल पक्षी महोत्सव हर साल यहाँ दिसम्बर महीने में मनाया जाता है। सुरहाताल का क्षेत्र अपनी देहलीज कई प्रमुख ग्रामों के साथ साझा करता है जिसमें बसंतपुर , शिवपुर , बेरुआरबारी , मेरितार प्रमुख है। बलिया विश्वविद्यालय (जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय) भी सुरहाताल के तट पर ही स्थित है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Surha Tal Bird Sanctuary". Eastern Uttar Pradesh Tourism. मूल से 7 May 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 May 2014.
- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975