सैद नगली
सैद नगली (Said Nagli) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अमरोहा ज़िले में स्थित एक कस्बा है।[1][2]
सैद नगली Said Nagli | |
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निर्देशांक: 28°40′12″N 78°23′49″E / 28.670°N 78.397°Eनिर्देशांक: 28°40′12″N 78°23′49″E / 28.670°N 78.397°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | अमरोहा ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 12,160 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी, खड़ीबोली |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
भूगोल
संपादित करेंसैद नगली गजरौला-सम्भल मार्ग पर स्थित है। इसकी तहसील हसनपुर है। कुछ साल पहले तक यह कस्बा जनपद मुरादाबाद में आता था। परंतु अब अमरोहा में आता है।
इतिहास
संपादित करेंइस क़स्बे की स्थापना सिकन्दर लोदी बादशाह के ज़माने में, अर्थात आज से लगभग ५०० वर्ष पूर्व, तिरमिज़ से आये हुऐ एक धार्मिक महापुरुष के द्वारा हुयी जिनका लक़ब "हाजी हरमैन" था। वे एक शिया मुसलमान थे। शिया समुदाय के पाँचवे इमाम मुहम्मद बाक़िर की नस्ल में होने की बिना पर वे सैयद थे। इसी लिए इस क़स्बे का नाम उर्दू भाषा में शुरु से ही सैयद नगली है जो हिन्दी भाषा में बोलने और लिखने की सरलता के कारण सैद नगली हो गया। वर्तमान में यह क़स्बा, सैद नगली (नगली) के नाम से प्रसिद्ध है।[3]
यहाँ की सादात में अधिकतर लोग बाक़री हैं जो हाजी हरमैन की सन्तान में हैं, परन्तु कुछ सादात, रिज़वी हैं जो आज से लगभग २०० वर्ष पूर्व छौलस जनपद ग़ाज़ियाबाद से आये हुऐ किसी बुज़ुर्ग की सन्तान हैं।[4] उल्लेखनीय है कि शिया समुदाय के पाँचवे इमाम मुहम्मद बाक़िर की औलाद बाक़री, एवं आठवें इमाम अली रज़ा की औलाद रिज़वी कहलाती है। [5]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975
- ↑ हिन्दुस्तान की सादात का इतिहास, पृष्ठ ७३
- ↑ जार्चा और छौलस की सादात का इतिहास, पृष्ठ १२२
- ↑ चौदह सितारे (नजमुल हसन करारवी) , पृष्ठ ४९४