सोनम वांगचुक
सोनम वांगचुक (जन्म 1 सितंबर 1966) भारत के एक अभियन्ता, नवाचारी और शिक्षा सुधारक हैं।[2][3][4][5][6][7] वह छात्रों के एक समूह द्वारा 1988 में स्थापित स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (एसईसीओएमएल) के संस्थापक-निदेशक भी हैं। संस्थापक छात्रों के अनुसार वो एक ऐसी विदेशी शिक्षा प्रणाली के पीड़ित हैं जिसे लद्दाख पर थोपा गया है। सोनम को एसईसीएमओएल परिसर को डिजाइन करने के लिए भी जाना जाता है जो पूरी तरह से सौर-ऊर्जा पर चलता है, और खाना पकाने, प्रकाश या तापन (हीटिंग) के लिए जीवाश्म ईंधन का उपयोग नहीं करता।[8][9][10]
सोनम वांगचुक | |
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जन्म |
1 सितम्बर 1966 उलेटोक्पो आल्ची, भारत |
राष्ट्रीयता | भारत |
शिक्षा की जगह |
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर क्रेटेर |
प्रसिद्धि का कारण | बर्फ स्तूप, एसईसीओएमएल, लदाग्स मेलोंग, ऑपरेशन न्यू होप |
राजनैतिक पार्टी | न्यू लद्दाख मूवमेंट (NLM) |
पुरस्कार |
ग्लोबल अवार्ड फॉर सस्टेनेबल आर्कीटेक्चर (2017)[1] रोलेक्स अवार्ड फॉर एंटरप्राइज (2016) रियल हीरोज़ अवार्ड (2008) अशोक फेलोशिप फॉर सोशल एंटरप्रेन्योरशिप (2002)रमन मेग्सेसे अवॉर्ड (2018) |
सोनम वांगचुक को सरकारी स्कूल व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकार, ग्रामीण समुदायों और नागरिक समाज के सहयोग से 1994 में "ऑपरेशन न्यू होप" शुरु करने का श्रेय भी प्राप्त है। सोनम ने बर्फ-स्तूप तकनीक का आविष्कार किया है जो कृत्रिम हिमनदों (ग्लेशियरों) का निर्माण करता है, शंकु आकार के इन बर्फ के ढेरों को सर्दियों के पानी को संचय करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।[11][12][13] फिल्म थ्री इडियट्स में आमिर खान का किरदार फुंगसुक वांगडू इन्हीं की जिंदगी से प्रेरित था। हाल ही में इन्होंने भूख हड़ताल भी लद्दाख में किया। जो कि कुछ दिन पहले उनका यह भूख हड़ताल खत्म हुआ।
इन्हें भी देखें
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संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Rana, Nikita (2 June 2017). "World Environment Day 2017: Sonam Wangchuk's ice stupas ensure there's water in Ladakh". Firstpost. मूल से 14 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ "These 10 Innovators Are Changing the World, From Oceans to Eye Care". National Geographic. 15 November 2016. मूल से 14 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Khattar, Sakshi (26 July 2008). "Teach India: Think local, think Ladakhi". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 9 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ "3 Idiots के असली फुनसुक वांगडू, फेल छात्र भी इनसे पढ़कर बनते हैं वैज्ञानिक". Daily Bhaskar. 30 May 2015. मूल से 17 नवंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ "Meet the real life 'Phunsukh Wangdu' from '3 Idiots'". द इकॉनोमिक टाइम्स. 18 November 2016. मूल से 4 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Varghese, Shiny (22 December 2016). "'The best solar device is timing'". Indian Express. मूल से 13 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Griffin, Peter (29 December 2014). "Ice Stupas: Conserving water the 3 Idiots way". Forbes India. मूल से 14 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ "From Leh comes a mountain of ideas". Delhi: द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. 26 November 2016. मूल से 13 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Ranjendra, Ranjani (8 December 2016). "In the land of little rain". The Hindu. मूल से 9 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ "लद्दाख में बच्चों के लिए उम्मीद की नई किरण हैं 'सोनम वांगचुक'". ज़ी न्यूज़. 18 January 2017. मूल से 13 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Lenin, Janaki (24 February 2015). "Artificial glacier could help Ladakh villagers adapt to climate change". The Guardian. मूल से 16 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Saxena, Siddharth (22 February 2015). "Ice stupas to end water woes". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 7 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.
- ↑ Ibrar, Mohammad (26 November 2016). "पानी की किल्लत से जूझते लद्दाख में सोनम वांगचुक का आइडिया किसानों के लिए साबित हो रहा गेमचेंजर". नवभारत टाइम्स. मूल से 25 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अक्तूबर 2017.