सोमेश्वर तृतीय (शासनकाल ११२६ - १३३८ ई) पश्चिमी चालुक्य शासक थे। वे विक्रमादित्य चतुर्थ एवं रानी चन्दलादेवी के पुत्र थे। वे साहित्य में अभिरुचि के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका मानसोल्लास नामक संस्कृत ग्रन्थ बहुत प्रसिद्ध है।

सोमेश्वर तृतीय ने होयसला शासक विष्णुवर्धन के आक्रमण को विफल कर दिया। उन्होने 'त्रिभुवनमल्ल', 'भूलोकमल्ल' और 'सर्वाज्ञाभूप' आदि पदवियाँ ग्रहण की थी।