स्तन कर

त्रावणकोर साम्राज्य द्वारा निचली जाति और अछूत हिंदू महिलाओं पर लगाया गया कर

स्तन कर त्रावणकोर साम्राज्य द्वारा नादारों, एझावारों और अन्य निम्न जाति समुदायों पर लगाया जाने वाला एक प्रमुख कर था। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार निम्न वर्ग की महिलाओं पर स्तन कर लगाया जाता था यदि वे अपने स्तनों को ढकती थीं।[1][2][3][4][5]

  1. संतोष गोयल की लोकप्रिय कहानियां (प्रभात प्रकाशन).
  2. "नीची जाति की महिलाएं चुकाती थीं 'ब्रेस्ट टैक्स'! अब शॉर्ट फिल्म में दिखेगा नांगेली का संघर्ष".
  3. "हिजाब छोड़िए, स्तन ढकना भी मना था:1924 तक दलित महिलाओं को स्तन ढकने के लिए टैक्स देना पड़ता था, छाती पर कपड़ा दिखा तो चाकू से फाड़ देते थे".
  4. "'तन' ढकने को देना पड़ता था टैक्स:महिलाओं की छाती ढकी दिखी तो फाड़ देते थे कपड़े, 'ब्रेस्ट टैक्स' से मुक्ति को काट दिए स्तन".
  5. "जब स्तन ढकने के अधिकार के लिए काट दिए स्तन."