स्थानकवासी, श्वेताम्बर जैन सम्प्रदाय का एक उपसम्प्रदाय है। इसकी स्थापना १६५३ के आसपास लवजी नामक एक व्यापारी ने की थी। इस सम्प्रदाय की मान्यता है कि भगवान निराकार है, अतः ये किसी मूर्ति की पूजा नहीं करते। स्थानकवासी के पहले गुरु कौन हुए इस बारे में कुछ और बता सकते हैं तो कमेंट करें