हुसैन सागर

हुस्सैन सगर्

हुसैन सागर, तेलंगाना, भारत में एक कृत्रिम झील है जो हैदराबाद में है।[1] यह मूसी नदी की सहायक नदी पर १५६२ में निर्मित किया गया। 1992 में गौतम बुद्ध की एक बड़ी अखंड मूर्ति, झील के बीच में एक टापू पे खडी की गई। यह हैदराबाद को अपने जुड़वां नगर सिकंदराबाद से अलग करती है।[2]

हुसैन सागर
Images from top to bottom:
  • Rare view of Jupiter, Venus and the moon forming a triangle at Hussain Sagar
  • Buddha Statue during Blue Hour
  • Footpath at Hussain Sagar road
स्थानहैदराबाद, तेलंगाना, भारत
निर्देशांक17°27′N 78°30′E / 17.45°N 78.5°E / 17.45; 78.5
प्रकारजलाशय
द्रोणी देशभारत
अधिकतम लम्बाई3.2 कि॰मी॰ (2.0 मील)
अधिकतम चौड़ाई2.8 कि॰मी॰ (1.7 मील)
सतही क्षेत्रफल4.4 कि॰मी2 (2 वर्ग मील)
अधिकतम गहराई32 फीट (9.8 मी॰)*
सतही ऊँचाई1,759 फीट (536 मी॰)*
द्वीपजिब्राल्टर रॉक
बस्तियाँहैदराबाद

हैदराबाद के छटवें निज़ाम महबूब अली खान ने तेलुगु और उर्दू भाषा में कई कविताएं लिखीं; जिनमें से कुछ इसकी दीवारों पर अंकित हैं। हैदराबाद के भूगोल और इतिहास में हुसैन सागर झील का विशेष महत्व है। इस मानव निर्मित झील को हजरत हुसैन शाह वली ने 1562 में बनवाया था। यह झील मूसी नदी की एक सहायक नदी पर बनी है। इस झील को बनाने का मूल उद्देश्य शहर को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना था। इस झील की खासियत यह है कि यहां वर्ष भर पानी रहता है और साथ ही यह हैदराबाद और सिकंदराबाद को जोड़ने का भी काम करती है। झील के चारों ओर प्रसिद्ध नेकलेस रोड है जो रात में किसी हार में लगे हीरे की तरह चमचमाता है। नेकलेस रोड के बीच में बने हुसैन सागर से रात के समय यहां का नाजारा देखने लायक होता है। 1992 में झील के बीच में भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा खड़ी की गई।

झील के चारों ओर कई आकर्षण हैं जो लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट हैं।[3][4]

डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर प्रतिमा

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विशाल 125 फुट ऊंची डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिमा ऐतिहासिक हुसैन सागर झील और नए तेलंगाना राज्य सचिवालय के किनारे 11.4 एकड़ में बनाई जा रही है।[5][6] डॉ बी आर अम्बेडकर की मूर्ति देश के संसद भवन के ऊपर अपने हस्ताक्षर मुद्रा में ऊंची है, जो कुल ऊंचाई 175 फीट तक ले जाती है। डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर के जीवन और समय को याद करने के लिए 20,000 वर्ग फुट क्षेत्र में एक संग्रहालय, पुस्तकालय और एक ऑडियो-विजुअल हॉल भी होगा, जो भारत की संसद जैसा दिखता है। 14 अप्रैल 2023 को, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के॰ चंद्रशेखर राव ने डॉ बी आर अम्बेडकर की 132वीं जयंती पर हुसैन सागर झील में उनकी 125 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।[7]

तेलंगाना शहीद स्मारक अमारा दीपम

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तेलंगाना शहीद स्मारक एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, जो हुसैन सागर के तट पर स्थित है।[8] यह दुनिया में निर्मित सबसे बड़ा सीमलेस स्टेनलेस-स्टील स्मारक है और क्लाउड गेट (शिकागो में स्थित) से पांच गुना बड़ा है।[9] इसका उद्घाटन 22 जून 2023 को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के॰ चंद्रशेखर राव ने किया।

हालांकि हुसैन सागर झील हैदराबाद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पहचान मगर तेजी से शहरीकरण की वजह से झील प्रदूषित हो गया है, सीवेज और औद्योगिक प्रदूषक झील में फेंक दिया जाता है। पानी की गुणवत्ता पिछले तीन दशकों के दौरान काफी खराब हो गया है।[10] आस-पास के कॉलोनियों से सीवेज झील में प्रवाह होता है।[11][12][13]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  2. "View of Buddha Statue, Tank Bund, Hyderabad, Telangana". indospectrum.com. मूल से 28 सितंबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 November 2006.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 28 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  5. "In Hyderabad, 125-foot-tall bronze statue of Dr B R Ambedkar to be unveiled on April 14".
  6. "125-ft Ambedkar statue to come up in Hyderabad".
  7. "KCR unveils 125-ft tall bronze statue of Dr B R Ambedkar on his 132nd birth anniversary".
  8. "सीएम केसीआर आज करेंगे श्रद्धांजलि स्मारक का उद्घाटन, तेलंगाना के शहीदों की याद में बना है 'अमारा दीपम'".
  9. "चंद्रशेखर राव हैदराबाद में आज 'तेलंगाना शहीद स्मारक' का उद्घाटन करेंगे".
  10. "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  11. "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  12. "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.
  13. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2015.