होरेस हेमैन विल्सन (26 सितंबर 1786 – 8 मई 1860) एक अंग्रेज प्राच्यवाददी थे जिन्हें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में संस्कृत के पहले बोडेन प्रोफेसर के रूप में चुना गया था।

जेम्स एटकिंसन द्वारा चित्रित, सन् 1821

उन्होंने सेंट थॉमस अस्पताल में चिकित्सा का अध्ययन किया और सन् 1808 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की बंगाल स्थापना में सहायक-सर्जन के रूप में भारत चले आये। धातु विज्ञान के उनके ज्ञान ने उन्हें कलकत्ता में टकसाल से जोड़ा, जहां वे कुछ समय के लिए जॉन लेडेन (स्कॉटिश इंडोलॉजिस्ट) के साथ जुड़े।

उन्होंने कई वर्षों तक लोक शिक्षण समिति के सचिव के रूप में कार्य किया और कलकत्ता में संस्कृत महाविद्यालय के अध्ययन का पर्यवेक्षण किया। वो इस प्रस्ताव के कट्टर विरोधियों में से एक थे कि अंग्रेजी को देशी स्कूलों में शिक्षा का एकमात्र माध्यम बनाया जाना चाहिए और कुछ समय के लिए कड़वे हमलों का शिकार बन गए।

सन् 1832 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने विल्सन को संस्कृत के नव स्थापित बोडेन पीठ के पहले प्रोफेसर बने। सन् 1836 में उन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी में पुस्तकालयध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी कॉलेज में भी पढ़ाया। 10 अप्रैल 1834 को उन्हें रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन के फेलो के रूप में चुना गया।[1]

हेनरी थॉमस कोलब्रुक की सिफारिश पर, विल्सन को सन् 1811 में एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल का सचिव नियुक्त किया गया था। वे कलकत्ता की मेडिकल एंड फिजिकल सोसाइटी के सदस्य थे और रॉयल एशियाटिक सोसाइटी के मूल सदस्य थे और वो सन् 1837 से अपनी निधन तक वहाँ निदेशक थे।

उन्होंने फ्रांसेस सिडन्स के साथ विवाह किया। उनकी पत्नीप्रसिद्ध अभिनेत्री सारा सिडन्स की पोती थी जिनके पिता जॉर्ज थे।[2]

विल्सन का 8 मई 1860 को निधन हुआ और उन्हें केन्सल ग्रीन कब्रिस्तान में दफनाया गया।[1]

विल्सन को भारत की प्राचीन भाषा और साहित्य में गहरी रुचि थी और वो ऋग्वेद का अंग्रेजी में अनुवाद करने वाले पहले व्यक्ति थे। सन् 1813 में उन्होंने कालिदास की गीतात्मक कविता, मेघदूत, या मेघ-संदेशवाहक के अंग्रेजी तुकबंदी वाले पद्य में एक मुफ्त अनुवाद के साथ संस्कृत पाठ प्रकाशित किया।[3]

  1. The Record of the Royal Society of London for the promotion of Natural Knowledge (Fourth संस्करण). London: Printed for the Royal Society. 1940.
  2. Crawford, D. G. (1930). Roll of the India Medical Service. London: W. Thacker & Co. पृ॰ 58.
  3. Truebner & Co. (1872) publisher's catalogue entry for Megha-Duta (The) Archived 16 अक्टूबर 2023 at the वेबैक मशीन, accessed 9 Oct 2007