१९७१ का बांग्लादेश का नरसंहार
बांग्लादेश में यह नरसंहार 26 मार्च 1971 को ऑपरेशन सर्चलाइट के साथ शुरू हुआ। इस ऑपरेशन के द्वारा बंगालियों के आत्मनिर्णय के अधिकार की मांग को दबाने के लिए तत्कालीन पश्चिमी पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान पर सैनिक कार्र्वाई शुरू कर दी। इसके चलते पूर्वी बंगाल के लोगों ने मुक्ति संग्राम चलाया जिसे बर्बरतापूर्वक दबाने के लिए पाकिस्तानी सेना और जमात-ए-इस्लामी के कट्टर इस्लामी लड़ाकों ने भयंकर नरसंहार किया। [उद्धरण चाहिए]
1971 का बांग्लादेश का नरसंहार | |
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सम्बंधित: बांग्लादेश मुक्ति युद्ध | |
तिथि |
21 March – 16 December 1971 (साँचा:Age in months, weeks and days) |
लक्ष्य | बंगाली लोग |
मृत्यु | Estimated 30,000[1][2][3][4] |
अपराधी |
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उद्देश्य | बंगाली-विरोधी भावना |
इस दौरान बंगालियों और उर्दूभाषी बिहारियों के बीच भी हिंसा हुई। [उद्धरण चाहिए]
सन्दर्भ
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नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ Samuel Totten; William S. Parsons; Israel W. Charny (2004). Century of Genocide: Critical Essays and Eyewitness Accounts. Psychology Press. पपृ॰ 295–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-415-94430-4. मूल से 26 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 मार्च 2020.
- ↑ Sandra I. Cheldelin; Maneshka Eliatamby (18 August 2011). Women Waging War and Peace: International Perspectives of Women's Roles in Conflict and Post-Conflict Reconstruction. Bloomsbury Publishing. पपृ॰ 23–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4411-6021-8. मूल से 21 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 मार्च 2020.
- ↑ "Bangladesh sets up war crimes court – Central & South Asia". Al Jazeera. 25 March 2010. मूल से 5 June 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 June 2011.