अंतरतारकीय वस्तु (interstellar object) तारों और उपतारों को छोड़कर ऐसी कोई भी खगोलीय वस्तु होती है जो किसी तारे के गुरुत्वाकर्षक प्रभाव से बंधी हुई न हो। ऐसी वस्तुएँ तारों के बीच के अंतरतारकीय अंतरिक्ष में भ्रमण करती रहती हैं। ऐसी एक वस्तु सन् २०१७ में हमारे सौर मंडल से गुज़रने वाला ओमूआमूआ नामक धूमकेतु था। क्योंकि किसी सौर मंडल में आने वाली अंतरतारकीय वस्तुएँ अक्सर तारे के समीप आकर फिर बाहर निकल जाती हैं, इसलिए उनकी देखी गई कक्षाओं (ऑर्बिटों) का आकार अतिपरवलय (हाइपरबॉलिक) होता है।[1][2]

ह्याकुताके धूमकेतु, हालांकि यह सूरज की परिक्रमा कर रहा है, सम्भव है कि यह एक अंतरतारकीय वस्तु थी जो सूर्य के अधिक समीप आने से उसके गुरुत्वाकर्षक प्रभाव द्वारा पकड़ी गई

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Valtonen, Mauri J.; Jia-Qing Zheng; Seppo Mikkola (March 1992). "Origin of oort cloud comets in the interstellar space". Celestial Mechanics and Dynamical Astronomy. Springer Netherlands. 54 (1–3): 37–48. डीओआइ:10.1007/BF00049542. बिबकोड:1992CeMDA..54...37V. मूल से 13 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-12-30.
  2. Francis, Paul J. (2005-12-20). "The Demographics of Long-Period Comets" (PDF). The Astrophysical Journal. 635 (2): 1348–1361. arXiv:astro-ph/0509074. डीओआइ:10.1086/497684. बिबकोड:2005ApJ...635.1348F. मूल (PDF) से 16 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-01-03.