इरफ़ान पठान

भारतीय क्रिकेटर

इरफ़ान पठान एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं जो बाएँ हाथ से गेंदबाजी और बाएँ ही हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। ये मुख्य रूप से तो गेंदबाज़ हैं लेकिन ये हरफनमौला खिलाड़ियों की सूची में आते हैं।[1][2] एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर के अलावा ये कमेंटेटर, क्रिकेट विश्लेषक, अभिनेता और डांसर भी हैं। बॉलिंग ऑल राउंडर के रूप में मशहूर इरफ़ान २००७ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० और आइसीसी चैम्पियंस ट्रॉफ़ी २०१३ जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य थे।[3]

भारतीय पताका
भारतीय पताका
इरफ़ान पठान
भारत
इरफ़ान पठान
इरफ़ान पठान
पूरा नाम इरफ़ान ख़ान पठान
जन्म 1984-10-27 00:00:00
बल्लेबाज़ी का तरीक़ा बाएँ हाथ से
गेंदबाज़ी का तरीक़ा बाएँ हाथ से मध्यम तेज़ गति
टेस्ट क्रिकेट एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय
मुक़ाबले 29 73
बनाये गये रन 835 1006
बल्लेबाज़ी औसत 27.83 25.15
100/50 0/6 0/5
सर्वोच्च स्कोर 93 83
फेंकी गई गेंदें 5078 3555
विकेट 100 115
गेंदबाज़ी औसत 30.79 25.91
पारी में 5 विकेट 7 1
मुक़ाबले में 10 विकेट 2 नहीं है
सर्वोच्च गेंदबाज़ी 7/59 5/27
कैच/स्टम्पिंग 8/0 12/0

28 अप्रैल, 2007 के अनुसार
स्रोत: क्रिकइंफो

अपने करियर के शुरूआती दौर में ये तेज़ मध्यम स्विंग से सीम गेंदबाजी करते थे। अद्भुत स्विंग के कारण ही उनकी तुलना पाकिस्तान के तेज गेंदबाज़ वसीम अकरम से की जाने लगी। अपने शानदार प्रदर्शन के वजह से ही 19 वर्ष की आयु में इनका राष्ट्रीय टीम में सेलेक्शन हो जाता है। कराची 2006 में भारत बनाम पाकिस्तान के मैच में पहले ओवर में टेस्ट हैट्रिक लेने वाले इरफ़ान एकमात्र गेंदबाज बने।[4] लेकिन 2006 के बाद उनकी गेंदबाजी की गति और स्विंग में लगातार शिथिलता आने लगी और उनका विकेट लेना भी कम हो गया। इसके अलावा पठान ने बल्लेबाजी में हाथ आजमाया जो कि एक तरह से उनके लिए उपयोगी सिद्ध रहा। फिर भी वे एक सफल बल्लेबाज़ के रूप में न जाने जा सके। साल 2006 के अंत तक उन्हें टेस्ट और वनडे दोनों टीम से बाहर कर दिया गया था।

शशि थरूर द्वारा विनोद कांबली और लक्ष्मण शिवरामकृष्णन जैसे खिलाड़ियों के साथ इरफ़ान पठान को भी "भारत के हारे हुए लड़कों" की सूची में शामिल किया गया था।[5]

2004 में पाकिस्तान में भारत की एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और टेस्ट शृंखला जीत में पठान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा उन्हें 2004 'आईसीसी मेन्स इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द ईयर' के रूप में नामित किया गया। मीडिया ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का "नीली आंखों वाला लड़का" बताया था।[6] 2004 के अंत में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में 18 विकेट लिए, लेकिन 2005 की शुरुआत में खराब प्रदर्शन किया, जिसके कारण उन्हें एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टीम से कुछ समय के लिए बाहर होना पड़ा।

2005 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल भारत के कोच बने और उन्होंने पठान की बल्लेबाजी क्षमता को पहचाना। इसके बाद पठान ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों स्किल में सुधार किया और कई मैचों में अपना बेहतर प्रदर्शन किया। वीरेन्द्र सहवाग की बीमारी के बाद एक टेस्ट मैच (10 दिसंबर 2005, बनाम श्रीलंका, दिल्ली) में 93 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। उन्होंने श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ चार टेस्ट पारियों में 80 से अधिक तीन स्कोर बनाए। ग्रेग चैपल के कार्यकाल में पहले पठान ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बेहतरीन प्रदर्शन किया, नियमित रूप से रन बनाए और लगातार शीर्ष क्रम के विकेट लिए। वह आईसीसी की ऑलराउंडरों की वनडे रैंकिंग में नंबर 2 पर पहुँच गए और टेस्ट रैंकिंग में भी शीर्ष पाँच में थे। जिसके बाद आलोचकों ने उनकी तुलना पूर्व भारतीय तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर कपिल देव से की।[7]

वह सितंबर 2007 में आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटे, जहाँ उन्होंने तीन विकेट लिए और मैन ऑफ़ द मैच रहे, इसमें भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराया था। आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० वर्ल्ड कप डेब्यू में पठान पहले भारतीय गेंदबाज़ थे जिन्होंने पहली ही गेंद पर विकेट लिया था। पठान ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच अप्रैल 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।[8]

इरफ़ान पठान ने 2015 में डांस रियलिटी शो झलक दिखला जा में एक प्रतियोगी के तौर पर भाग लिया। अपने अभिनय की शुरुआत उन्होंने कॉलीवुड फ़िल्म कोबरा (2022 फिल्म) से की।[9]

पृष्ठभूमि और निजी जीवन

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इरफ़ान पठान का जन्म 27 अक्टूबर 1984 को बड़ौदा, गुजरात में हुआ था। ये मूलत: पश्तून (पठान) वंश के हैं, जो गुजरात में पठान समुदाय से सम्बंधित हैं।[10] इनके बड़े भाई का नाम युसूफ पठान है। दोनों का बचपन बड़ौदा(बड़ोदरा) के एक मस्जिद में एक गरीब परिवार में बीता। पिता मुअज़्ज़िन(मस्जिद में अज़ान देने वाला) के रूप में कार्य करते थे। जिनकी दिली इच्छा थी कि बेटा उनका इस्लामिक विद्वान बनें, लेकिन पठान और उनके भाई ने क्रिकेट में रुचि ली।

निजी जीवन में इनका आस्ट्रेलिया निवासी शिवांगी देव के साथ 10 साल तक गहरा रिश्ता रहा है।[11] बाद में आपसी मनमुटाव एवं पारिवारिक परिस्थितियों के कारण 2012 में यह रिश्ता टूट गया। बाद में 4 फरवरी 2016 को मक्का में हैदराबाद की मॉडल सफा बेग से निकाह किया[12], फिलहाल उनके दो बेटे हैं।[13]

आरंभिक करियर

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शुरूआती दौर में इनका चयन अंडर-14 बड़ौदा क्रिकेट टीम में पूर्व भारतीय कप्तान दत्ता गायकवाड़ के मार्गदर्शन में हुआ। आर्थिक अभाव के कारण ये सेकेण्ड हैंड क्रिकेट संसाधनों का प्रयोग करते थे, बाद में अंडर-15 में चयन हो जाने पर एक राष्ट्रीय टूर्नामेंट में बड़ौदा टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए इन्हें क्रिकेट किट का पूरा सेट भेंट किया गया।[14] इसके बाद 2000 में पठान को अंडर-15 टीम के लिए चुना गया जहाँ उन्हें अन्य देशों के साथियों के खिलाफ मैचों की शृंखला खेलनी थी। दस मैचों में 12.66 की औसत से 15 विकेट लिए, जिसमें थाईलैंड के खिलाफ उनका सर्वश्रेष्ठ 3/2 का स्कोर भी शामिल है और 7.50 की औसत से 15 रन बनाए।[15]

युवा करियर

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साल 2001 के आरम्भिक दिनों में ये अंडर-19 टीम में आ गये। जहाँ इन्होंने गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान दिया एवंं चार मैचों में 102.00 की औसत से 102 रन बनाए, जिसमें सर्वश्रेष्ठ नाबाद 63 रन था और 32.50 की औसत से 10 विकेट लिए। इसके बाद उन्हें अंडर-22 में पदोन्नत किया गया, जहाँ उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ अपने पहले मैच में 44 रन बनाए और 4/71 रन बनाए, जिससे बड़ौदा चयनकर्ताओं ने उन्हें सीनियर टीम में शामिल करने के लिए प्रेरित किया।[15]

2003-04 में उन्हें पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों के मैचों की शृंखला के लिए भारत के उभरते खिलाड़ियों के लिए चुना गया था। पठान ने तीन मैचों में 11.00 की औसत से सात विकेट लिए, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों में 4/22 और 3/35 शामिल हैं।[15]

2003 के अंत में उन्हें पाकिस्तान में एशियाई युवा एकदिवसीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारत की अंडर-19 टीम में जगह मिली, जहाँ उन्होंने 3.54 की इकॉनमी रेट से 7.38 पर 18 विकेट लेकर शानदार गेंदबाजी की। उन्हें टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में नामित किया गया था, इस प्रतियोगिता में भारत ने फाइनल में श्रीलंका को आठ विकेट से हराया था।[16] पठान सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 16 रन देकर 9 विकेट लिए एवं उन्हें 34 रन पर आउट करने में मदद की और फाइनल में 33 रन देकर 3 विकेट लेकर भारत को श्रीलंका पर विजयी बनाने में मदद की।[17] भारत लौटकर 3/51 और 1/33 रन बनाए और आंध्र क्रिकेट टीम के खिलाफ सीज़न के अपने पहले रणजी ट्रॉफी मैच में 26 और 12 रन बनाए। इसके परिणामस्वरूप उन्हें 2003-04 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट शृंखला के लिए भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया।[14]

घरेलू करियर

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अपने साथी तेज गेंदबाज जहीर खान के राष्ट्रीय टीम में चयनित होने के बाद उन्होंने मार्च 2001 में बंगाल के खिलाफ अपने पारी की शुरुआत की। उन्होंने 222 रन की जीत में नाबाद 13 और 2 रन बनाए और 3/40 और 2/68 रन बनाए। हालाँकि, बड़ौदा फिर भी रणजी ट्रॉफी जीतने में सफल रहा। उन्होंने अपना पहला सीज़न 43.28 पर सात विकेट और 12.50 पर 75 रन के साथ समाप्त किया, जिसमें उड़ीसा के खिलाफ नाबाद 40 रन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।[15]

2002 की शुरुआत में उन्हें न्यूजीलैंड में अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए चुना गया, जहाँ उन्होंने 27.50 पर छह विकेट लिए और 15.00 पर 30 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका से जीत में 2/18 रन बनाए।[18]

भारत लौटने पर पठान को पहली बार सीनियर जोनल टीम में चुना गया। उन्हें दिलीप ट्रॉफी के लिए वेस्ट ज़ोन के लिए चुना गया था, भले ही उन्होंने रणजी ट्रॉफी सीज़न में बड़ौदा के लिए एक भी मैच नहीं खेला था। उन्होंने सेंट्रल जोन के खिलाफ पहले मैच में 4/74 और 6/72, अपने पहले मैच में दस विकेट लेकर चयनकर्ताओं का पूर्ण विश्वास जीता और 161 रन से जीत दर्ज़ की। अगले ही मैच में उन्होंने 4/72 और 3/85 रन बनाए और वेस्ट ने नॉर्थ को 178 रनों से हरा दिया।[15] साउथ के खिलाफ अगले मैच में उन्होंने केवल 1/55 रन बनाए, लेकिन वेस्ट फाइनल में पहुंच गया, जहां उन्होंने 4/43 रन लेकर ईस्ट जोन को पहली पारी में 162 रन पर रोकने में मदद की और खिताब अपने नाम किया।[15] कुल मिलाकर पठान ने टूर्नामेंट में 18.22 की औसत से 22 विकेट लिए और 11.50 की औसत से 46 रन बनाए।[15]

इन्हीं प्रदर्शनों के कारण साढ़े 17 साल की उम्र में पठान का चयन भारत ए टीम में श्रीलंका दौरे के लिए हो गया। जहाँ उन्होंने तीन प्रथम श्रेणी मैचों में 35.00 पर छह विकेट लिए। इसके बाद 2002 के मध्य में वे भारत के अंडर-19 इंग्लैंड दौरे पर गए। उन्होंने तीन युवा टेस्ट में 25.93 की औसत से 15 विकेट लिए, जिसमें भारत 1-0 से हार गया, दूसरे टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/83 था।[15] इसके बाद उन्होंने प्रति ओवर छह से अधिक रन देकर 42.00 की औसत से चार विकेट लिए और तीन युवा एकदिवसीय मैचों में 33.00 की औसत से 66 रन बनाए, जिसे भारत ने 2-1 से जीता।[15]

पठान को 2002-03 सीज़न की शुरुआत में ईरानी ट्रॉफी में रेलवे के खिलाफ खेलने वाली शेष भारत टीम में चयन के साथ पुरस्कृत किया गया था। उन्होंने कुल 2/84 का स्कोर किया और 29 का स्कोर बनाया जिससे रणजी चैंपियन विजयी रहे।[15]

  1. जनसत्ता. "गुजरात की टीम ने कप्तान बनाकर भी नहीं खिलाया, J&K का इरफान पठान को न्योता- हमारे यहाँ से खेलें". Archived from the original on 26 जनवरी 2018. Retrieved 26 जनवरी 2018.
  2. "कोरोना वायरस की लड़ाई में फिर उतरे इरफान पठान, दान करेंगे सोशल मीडिया की सारी कमाई". hindi.oneindia.com. Retrieved 2021-05-17.
  3. "क्रिकेट रिकॉर्ड्स | भारत | रिकॉर्ड्स | एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय | सर्वाधिक विकेट | ESPN Cricinfo". Stats.espncricinfo.com. Archived from the original on 2 मार्च 2013. Retrieved 29 जुलाई 2012.
  4. कोटियन, हरीश (23 जून 2020). "इरफ़ान पठान:'मैंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वह विशेष हैट्रिक कैसे ली'". Rediff.com.
  5. "शशि थरूर". Cricinfo. Archived from the original on 14 नवंबर 2012. {{cite web}}: Check date values in: |archive-date= (help)
  6. "इरफान पठान ने कहा, मैं भारतीय टीम का दरवाजा खटखटाता रहूंगा". mid-day. 14 मार्च 2014. Archived from the original on 1 मई 2014.
  7. भट्टाचार्य, राहुल (31 मई 2004). "इरफ़ान पठान का बेहतरीन प्रदर्शन". ईएसपीएन क्रिकइन्फो. Retrieved 22 दिसम्बर 2006.
  8. "इरफ़ान पठान | भारत क्रिकेट | क्रिकेट खिलाड़ी और अधिकारिक". ESPN Cricinfo. Archived from the original on 5 अगस्त 2012. Retrieved 29 जुलाई 2012.
  9. "इरफ़ान पठान और हरभजन सिंह क्रमशः 'विक्रम 58' और 'डिक्कीलूना' से कॉलीवुड में एंट्री करेंगे". दि हिन्दू (in Indian English). 14 अक्टूबर 2019. ISSN 0971-751X. Retrieved 16 अक्टूबर 2019.
  10. अलीकुज़ई, हामिद वहीद (अक्टूबर 2013). अफगानिस्तान का संक्षिप्त इतिहास, 25 खंडों में. ट्रैफर्ड प्रकाशन. p. 607. ISBN 9781490714417. क्रिकेट काफी हद तक भारत और पाकिस्तान में ब्रिटिश शासन की विरासत है, और कई पश्तून इसमें प्रमुख भागीदार बन गए हैं, जैसे शाहिद अफरीदी, इमरान खान और इरफान पठान आदि।
  11. डेस्क, इंडिया टीवी न्यूज़ (29 अक्टूबर 2013). "कैसे इरफ़ान पठान ने बड़े भाई यूसुफ़ पठान के लिए अपना प्यार कुर्बान कर दिया". Indiatvnews.com.
  12. "इरफान पठान ने मॉडल सफा बेग से शादी की". इंडिया टुडे. Archived from the original on 9 फरवरी 2016. {{cite web}}: Check date values in: |archive-date= (help)
  13. "इरफ़ान पठान दूसरी बार पिता बने". न्यूज18. 28 दिसम्बर 2021. Retrieved 28 दिसम्बर 2021.
  14. संधू, अर्जुन (28 नवम्बर 2003). "भारत ने पठान की क्षमता का समर्थन किया". ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन. Archived from the original on 4 मई 2004. Retrieved 20 दिसम्बर 2006.
  15. "प्रतिभाशाली खिलाड़ी इरफ़ान खान पठान". CricketArchive. Archived from the original on 2 मार्च 2010. Retrieved 9 दिसम्बर 2008.
  16. "इरफान पठान द्वारा एशियाई अंडर-19 टूर्नामेंट में गेंदबाज़ी, सर्वाधिक विकेट". ईएसपीएन क्रिकइन्फो. 2003. Archived from the original on 18 अप्रैल 2005. Retrieved 20 दिसम्बर 2006.
  17. बसु, आनंद (7 नवम्बर 2003). "भारतीय अंडर-19 टीम विजयी होकर स्वदेश लौटी". ईएसपीएन क्रिकइन्फो. Retrieved 20 दिसम्बर 2006.
  18. "आईसीसी अंडर-19 विश्व कप, 2001/02". ईएसपीएन क्रिकइन्फो. 2002. Archived from the original on 30 सितम्बर 2004. Retrieved 20 दिसम्बर 2006. {{cite web}}: Check date values in: |archive-date= (help)