उत्तमौजा पांचाल नरेश द्रुपद का पुत्र और, धृष्टद्युम्न और् द्रौपदी का भाई। इसके अतिरिक्त उसके अन्य भाई थे युद्धमन्यु और सत्यजीत और शिखंडी

उत्तर वैदिक परंपरा में जहाँ सृंजय पांचालों के साथ संबद्ध दिखलाए गए हैं, महाभारत में उत्तममौजा को पांचाल तथा सृंजय दोनों ही कहा गया है। महाभारत के पात्रों में उत्तमौजा एक पराक्रमी राजा था जिसे 'युद्धविशारद' और 'वीर्यवान्' कहा गया है और जिसने पांडवों की ओर से युद्ध किया था। दुर्योधन के घायल होने के बाद जब अश्वत्थामा ने पांडव शिविर पर आक्रमण किया तो धृष्टद्युम्न के बाद युद्ध में वह वीरगति को प्राप्त हुआ। शिखंडी भी इसके बाद वीरगति को प्राप्त हुए।

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