उत्तर अमेरिका का इतिहास
उत्तर अमेरिका का इतिहास अपनी संस्कृतियों और सभ्यताओं के मामले में इस महाद्वीप की विशालता के समान ही समृद्ध है, जो अपने में सुदूर उत्तर में एस्किमो से लेकर मेक्सिको की ऐज़टैक सभ्यता तक और दक्षिण में ओल्मेक और माया सभ्यताओं को अपने में समेटे हुए है।
नॉर्डिक गाथाओं के अनुसार, ग्रीनलैण्ड की खोज ९०० ईस्वीं में नार्वेजियाई नाविक गुन्नजोर्न ने की थी। ९८० के दशक में, आइसलैण्ड के वाइकिंग सर्वप्रथम यूरोपीय आगन्तुक थे जो निर्जन दक्षिण-पश्चिमी तट से होते हुए ग्रीनलैण्ड पहुँचे थे। १५३६ में, डेनमार्क और नार्वे आधिकारिक रूप से एक हो गए और ग्रीनलैण्ड डैनिश नार्वे का एक अधीनस्थ क्षेत्र बन गया।
वर्तमान में, स्थानीय सरकार इनूइट लोगों की है। नवम्बर २००८ में ग्रीनलैण्ड ने स्वशासन के पक्ष में मतदान किया और अब वह डेनमार्क से स्वतन्त्र होने के एक कदम और निकट है।[1] स्थानों के नाम डैनिश से बदलकर स्थानीय भाषाओं में रखे जा रहे हैं। गोड्थाब, जो इस द्वीप पर डैनिश सभ्यता का केन्द्र है, अब नूक कहा जाता है, जो आभासीय सम्प्रभु सरकार की राजधानी है। १९८५ में इस सरकार द्वारा ग्रीनलैण्ड के ध्वज का निर्माण डेनमार्क के ध्वज के रंगों के आधार पर किया। यद्यपि, पूर्ण सम्प्रभुता आन्दोलन ने अभी जनमत प्राप्त नहीं किया है।
इस क्षेत्र में आने वाले सर्वप्रथम लोग साइबेरिया से आए थे, जो बेरिंग की खाड़ी को पार करके यहाँ पहुँचे थे और इनके कुछ समय बाद एशिया से अन्तिम इनूइट (एस्किमो) यहाँ आए थे। यहाँ आने वाले सर्वप्रथम यूरोपीय फ़्रान्सीसी थे। अठारहवीं सदी में फ़्रान्स और इंग्लैण्ड के मध्य चल रहा विवाद यहाँ इस क्षेत्र के उपनिवेशों तक आ पहुँचा और अंग्रेज़ों और फ़्रान्सीसीयों के बीच घमासान युद्ध छिड़ गया और जिसके परिणामस्वरूप अंग्रेज़ों की विजय हुई। १७६३ की पैरिस संधि के बाद न्यू फ़्रान्स या वर्तमान कनाडा एक ब्रिटिश उपनिवेश बन गया। इसके कुछ वर्षों बाद, ब्रिटेन ने औपचारिक रूप से फ़्रान्सीसी नागरिक कानून को मान्यता प्रदान की और कनाडा की फ़्रान्सीसी भाषी जनसंख्या की धार्मिक और भाषायी स्वतन्त्रता स्वीकार की।
१९८२ में, कनाडियाई संविधान में बहुत बड़े सुधार किए गए: ब्रिटिश उत्तर अमेरिकी अधिनियम १८६७ और इसमें हुए बहुत से संशोधन १९८२ में, संविधान अधिनियम बना और कनाडा का संविधान बना। हाल के वर्षों में क्यूबेक (कनाडा का फ़्रान्सीसी भाषी बहुल प्रान्त) के लोगों ने राष्ट्रीय एकीकरण के मुद्दे पर बहुत कुछ बोला है। १९८० और १९९५ में हुए जनमत संग्रहों में इस प्रान्त के लोगों ने प्रान्त की सम्प्रभुता पर मत दिया है और अधिकांश मदतान क्यूबैक के कनाडा में बने रहने के पक्ष में ही हुआ है।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "ग्रीनलैण्ड स्व-शासन की ओर". मूल से 8 जुलाई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जून 2009.
- ↑ "क्यूबैक का कनाडियाई प्रान्त बने रहने के पक्ष में मतदान". मूल से 1 नवंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2020.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- उत्तर अमेरिका का इतिहास (अंग्रेज़ी)
- उत्तर अमेरिका का इतिहास (स्पेनी)
- उत्तर अमेरिका का इतिहास (बच्चों के लिए) (अंग्रेज़ी)
- अमेरिका के इतिहास की पुस्तक