करगा कर्नाटक का एक लोक नृत्य है, जो द्रौपदी को समर्पित एक अनुष्ठान के रूप में उत्पन्न हुआ था, जिसे इन भागों में द्रौतमम्मा के रूप में जाना जाता है। यह अनुष्ठान पूर्णिमा के दिन किया जाता है। इस नृत्य से संबंधित करगा त्यौहार धर्मराय स्वामी मंदिर में मार्च और अप्रैल के माह में मनाया जाता है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Biju Mathew (2013). Pilgrimage to Temple Heritage. Biju Mathew. पृ॰ 544. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-921284-4-3.