काठियावाड़
काठियावाड़ (गुजराती: કાઠીયાવાડ; उच्चारण: [kaʈʰijaʋaɽ]) पश्चिम भारत में एक प्रायद्वीपहै। ये गुजरात का भाग है, जिसके उत्तरी ओर कच्छ के रण की नम भूमि, दक्षिण और पश्चिम की ओर अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम की ओर कैम्बे की खाड़ी है। इस क्षेत्र की दो प्रमुख नदियाँ भादर और शतरंजी हैं जो क्रमश: पश्चिम और पूर्व की ओर बहती हैं। इस प्रदेश का मध्यवर्ती भाग पहाड़ी है।[1] इस स्थान का नाम राजपुत शासक वर्ग की काठी जाति से पड़ा है। प्रतिहार शासक सम्राट मिहिर भोज के काल में क्षत्रिय प्रतिहार की पश्चिमी सीमा काठियावाड़ और पूर्वी सीमा बंगाल की खाड़ी थी।[3] हड्डोला शिलालेखों से यह सुनिश्चित होता है कि क्षत्रिये प्रतिहार शासकों का शासन सम्राट महिपाल २ के काल तक भी उत्कर्ष पर रहा।[4]
काठियावाड़ | |
— क्षेत्र — | |
निर्देशांक: (निर्देशांक ढूँढें) | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
क्षेत्र | सौराष्ट्र |
राज्य | गुजरात |
ज़िला | पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, सुरेन्द्रनगर, भावनगर, अमरेली, जूनागढ़ |
जनसंख्या • घनत्व |
23,29,196 (2001 के अनुसार [update]) • 106/किमी2 (275/मील2) |
आधिकारिक भाषा(एँ) | गुजराती, हिन्दी अंग्रेज़ी |
क्षेत्रफल • महानगर |
21,968 km² (8,482 sq mi)[1] • 23,400 km² (9,035 sq mi)[2] |
काठियावाड़ क्षेत्र के प्रमुख शहरों में प्रायद्वीप के मध्य में मोरबी राजकोट, कच्छ की खाड़ी में जामनगर, खंबात की खाड़ी में भावनगर मध्य-गुजरात में सुरेंद्रनगर और वधावन, पश्चिमी तट पर पोरबंदर और दक्षिण में जूनागढ़ हैं। पुर्तगाली उपनिवेश का भाग रहे और वर्तमान में भारतीय संघ में जुड़े दमन और दीव संघ शासित क्षेत्र काठियावाड़ के दक्षिणी छोर पर हैं। सोमनाथ का शहर और मंदिर भी दक्षिणी छोर पर स्थित हैं। इस मंदिर में हिन्दू धर्म के बारह ज्योतिर्लिंगोंमें से एक ज्योतिर्लिंग स्थापित है। इसके अलावा दूसरा प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ द्वारका भी यहीं स्थित है, जहां भगवान कृष्ण ने अपनी नगरी बसायी थी। पालिताना प्रसिद्ध जैन तीर्थ है, जहां पर्वत शिखर पर सैंकड़ो मंदिर बने हैं। विश्व का सबसे बड़ा शिपब्रेकिंग यार्ड अलंग और विश्व की सबसे बड़ी जामनगर तेल शोधनी (ऑयल रिफ़ाइनरी) भी इस क्षेत्र में ही स्थित हैं। गिर वन स्थित सासन भी यहीं है, जहां एशिया के एशियाटिक जाति के प्रसिद्ध गिर लॉयन का प्राकृतिक आवास है और सिंह सफ़ारी का भी आयोजन होता है। यहाँ चूने का पत्थर पर्याप्त रूप में मिलता है जो आर्थिक दृष्टि से महत्वूपर्ण है। इस प्रायद्वीप के दक्षिणी छोर पर दीव स्थित है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ काठियावाड़[मृत कड़ियाँ]- इण्डिया वॉटर पोर्टल पर
- ↑ १९११ एन्साय्क्लोपीडिया Archived 2011-07-26 at the वेबैक मशीन पर काठियावाड़
- ↑ बैजनाथ पुरी (१९८६). द हिस्ट्री ऑफ प्रतिहार्स. मुंशी राममनोहरलाल प्रकाशन. पृ॰ xvii.
- ↑ नरेन्द्र सिंह (२००१). एन्साय्क्लोपीडीया ऑफ जैनिज़्म. अनमोल पब्लिशर्स प्रा. लि. मूल से 4 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 दिसंबर 2010.
- इस लेख की सामग्री सम्मिलित हुई है ब्रिटैनिका विश्वकोष एकादशवें संस्करण से, एक प्रकाशन, जो कि जन सामान्य हेतु प्रदर्शित है।. सरदार पटेल – भारत के लौह पुरुष
बाहरी कड़ियाँ
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