कायथा (Kaytha) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन ज़िले में स्थित एक गाँव और पुरातत्व स्थल है। यह उज्जैन से लगभग 25 किमी पूर्व दिशा में चम्बल नदी की सहायक नदी काली सिन्ध नदी के दाहिने तट पर काली मिट्टी के मैदान में स्थित है।[1][2]

कायथा
Kaytha
कायथा is located in मध्य प्रदेश
कायथा
कायथा
मध्य प्रदेश में स्थिति
निर्देशांक: 23°14′13″N 76°01′08″E / 23.237°N 76.019°E / 23.237; 76.019निर्देशांक: 23°14′13″N 76°01′08″E / 23.237°N 76.019°E / 23.237; 76.019
देश भारत
राज्यमध्य प्रदेश
ज़िलाउज्जैन ज़िला
तहसीलतराना
ऊँचाई495 मी (1,624 फीट)
जनसंख्या (2011)
 • कुल8,040
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी
समय मण्डलभामस (यूटीसी+5:30)
पिनकोड456665
वाहन पंजीकरणMP-IN

पुरातत्व स्थल

संपादित करें

कायथा पुरास्थल की खोज का श्रेय विष्णु श्रीधर वाकणकर को जाता है, जिन्होंने इस पुरास्थल को सन् 1964 ई. में खोज निकाला था। कायथा के टीले पर ताम्रपाषाण युग से लेकर गुहाकाल तक के स्तर मिले हैं। कायथा को प्राचीन 'कपित्थक' माना जाता है, जिसका उल्लेख प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य वराहमिहिर ने अपने प्रसिद्ध ग्रन्थ 'बृहज्जातक' में अपने जन्मस्थान के रूप में किया है। आजकल कायथा के टीले के अधिकतर भाग पर बस्ती बसी हुई है, इस कारण बहुत कम स्थान उत्खनन के लिए उपलब्ध हो पाता है।

इन्हें भी देखें

संपादित करें