कोइलवर पुल
कोईलवर पुल पटना और आरा के बीच कोइलवर नामक स्थान पर है।[1] कोईलवर रेल-सह-सड़क पुल है। ऊपर रेलगाड़ियाँ और नीचे बस, मोटर और बैलगाड़ियाँ आदि चलती हैं। सोन नदी पर अवस्थित कोईलवर पुल विकास की जीवन रेखा का एक मुख्य बिन्दु है।[2] लोहे के गाटर से बने इस दोहरे एवं दो मंजिला पुल की निर्माण तकनीक व सुन्दरता लोगों को आज भी काफी आकर्षित करती है। 1862 ई. में यह पुल तैयार हो गया था। इस पुल का नाम बिहार के जाने माने स्वतंत्रता सेनानी प्रोफेसर अब्दुल बारी के नाम पर अब्दुलबारी पुल भी है।[3] एक ओर जहाँ यह पुल दानापुर-मुग़लसराय रेल खंड को जोड़ता है तो दूसरी ओर पटना-भोजपुर सड़क याता-यात को जोड़ता है।
कोईलवर पुल | |
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निर्देशांक | 25°33′57″N 84°47′54″E / 25.5658°N 84.7982°E |
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड | [1] |
वहन | Kolkata-Delhi Main line + NH 30 |
पार | River Sone |
स्थान | Koilwar, |
आधिकारिक नाम | अब्दुल बारी पुल |
लक्षण | |
डिज़ाइन | Lattice girder |
सामग्री | Concrete & steel |
कुल लम्बाई | 4,726 फीट (1,440 मी॰) |
इतिहास | |
खुला | 1862 |
सांख्यिकी | |
दैनिक ट्रैफिक | rail and road |
पुल 1982 की गाँधी (फ़िल्म) में दिखाया गया है, जिसे रिचर्ड एटनबरो द्वारा निर्देशित किया गया है।[4] कोईलवर पुल के ऊपरी मंजिल स्थित अप एवं डाउन रेल लाइन से दर्जन भर सुपर फास्ट ट्रेन समेत दर्जनों यात्री एवं गुड्स ट्रेनें गुजरती हैं। सैकड़ों भारवाहक वाहन समेत बस-कार आदि यात्री वाहन निचले मंजिल के दोहरे सुरंगनुमा सड़क मार्ग से गुजरते हैं। इसके नीचे बहती रहती है सोन नदी की अविरल धारा जिसमें नौकाएं तैरती रहती हैं। सोन नदी से निकला बालू इसी पुल से उत्तर बिहार तक और पश्चिम में उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र तक वाहनों द्वारा पहुंचकर विकास में योगदान देता है। कोइलवर पुल की लंबाई 1440 मीटर तक दक्षिणी रोड लेन 4.12 मीटर और उत्तरी रोड लेन 3.03 मीटर चौड़ी है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "शादी-विवाह के मौसम में कोईलवर पुल पर लगता है अक्सर जाम". मूल से 18 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अगस्त 2017.
- ↑ "कोईलवर पुल : बिहार के विकास की जीवनरेखा". मूल से 18 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अगस्त 2017.
- ↑ "कोईलवर पुल दो अप्रैल से रहेगा वन वे". मूल से 18 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अगस्त 2017.
- ↑ "The ancient heritage behind our railway bridges". मूल से 3 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 जुलाई 2018.