क्यूबा-भारत संबंध
क्यूबा-भारत संबंध क्यूबा गणराज्य और भारत गणराज्य के बीच द्विपक्षीय संबंधों को संदर्भित करते हैं। दोनों देशों के बीच मित्रता दशकों पुरानी है, जो जवाहरलाल नेहरू और फिदेल कास्त्रो के ज़माने से चली आ रही है।
क्यूबा |
भारत |
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Diplomatic Mission | |
भारत में क्यूबा का दूतावास | क्यूबा में भारत का दूतावास |
Envoy | |
राजदूत ऑस्कर मार्टिनेज़ कोर्दोवेस (Oscar Martinez Cordoves)[1] | राजदूत मधु सेठी[2] |
जनवरी 1960 में भारत ने हवाना में अपना दूतावास खोला।[3][4][5] क्यूबा नई दिल्ली में एक दूतावास रखता है।[6] क्यूबा ने सार्वजनिक रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट के लिए कई मौकों पर भारत की उम्मीदवारी के लिए समर्थन व्यक्त किया है।[7] दोनों राष्ट्र गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य भी हैं।[8]
इतिहास
संपादित करेंभारत 1959 की क्यूबा क्रांति के बाद क्यूबा को मान्यता देने वाले पहले राष्ट्रों में से एक था। क्रांति के बाद, फिदेल कास्त्रो ने अर्नेस्टो "चे" ग्वेरा (Che Guevara) को दो सप्ताह की यात्रा पर भारत भेजा। ग्वेरा 30 जून 1959 को नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने अगले दिन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ मुलाकात की। नेहरू ने ग्वेरा को एक अखरोट की खुरपी में हाथीदांत से बने हैंडल वाली खुकरी भेंट की । आज यह खुखरी हवाना (क्यूबा की राजधानी) के Centro de Estudios Che Guevara (सेंत्रो दे एस्तूदियोस चे ग्वेरा, चे ग्वेरा अध्ययन केंद्र) में संरक्षित है। बैठक के बारे में ग्वेरा ने बताया, "नेहरू हमसे एक पूर्व-परिचित पितामह की तरह मिले। वे क्यूबा के लोगों के समर्पण और संघर्ष में विशेष रुचि रखते थे।" दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने यथाशीघ्र राजनयिक मिशन स्थापित करने और व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई। ग्वेरा और क्यूबा प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय रक्षा मंत्री वीके कृष्ण मेनन, वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों, एवं योजना आयोग के सदस्यों के साथ मुलाकात भी की। उन्होंने लघु-कुटीर उद्योग प्रदर्शनी (Cottage Industries Emporium), ओखला औद्योगिक क्षेत्र, कृषि अनुसंधान संस्थान और राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला का भी दौरा किया। ग्वेरा ने नई दिल्ली में चिली के राजदूत के साथ मुलाकात की और ऑल इंडिया रेडियो के पत्रकार केपी भानुमति को साक्षात्कार भी दिया। ग्वेरा भारत रवाना होने से पहले कोलकाता भी गए थे। ग्वेरा हिंसक संघर्ष को प्राथमिकता देने वालों में से थे। इसके बावजूद, वे महात्मा गांधी के प्रशंसक भी थे। क्यूबा लौटने पर, ग्वेरा ने लिखा, "भारत में, युद्ध शब्द लोगों की भावना से इतना दूर है कि उन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने संघर्ष के कठिनतम क्षण में भी इसका इस्तेमाल नहीं किया। सामूहिक असंतोष की अहिंसात्मक अभिव्यक्ति के लिए किए गए महान आंदोलनों ने अंग्रेजी उपनिवेशवाद को उस भूमि को हमेशा के लिए छोड़ने पर मजबूर कर दिया, जिसे उसने पिछले डेढ़ सौ साल तक तबाह किया था।"[3]
ग्वेरा की यात्रा के सिर्फ छह महीने बाद जनवरी 1960 में भारत ने हवाना में अपना दूतावास खोला।[3] इस बात का इसलिए विशेष महत्व था क्योंकि इससे क्यूबा को यह संदेश मिला कि उसकी क्रांति में भारत उसके साथ खड़ा है।[4][5] क्यूबा नई दिल्ली में एक दूतावास रखता है।[6]
चे ग्वेरा ने कहा था: " बेशक़, क्यूबा और भारत भाई-भाई हैं, जैसा कि परमाणु ख़तरे के इस समय में विश्व के सभी लोगों को होना चाहिए।"[9]
दोनों देशों के नेताओं के बीच कई उच्च स्तरीय दौरे हुए हैं। क्यूबा के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो ने 1973 और 1983 में भारत का दौरा किया। भारतीय प्रधान मंत्री राजीव गांधी और मनमोहन सिंह ने क्रमशः 1985 और 2006 में क्यूबा का दौरा किया।[7]
भारत ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र महासभा के उन प्रस्तावों में क्यूबा का पक्ष लिया है, जो क्यूबा पर संयुक्त राज्य अमेरिका की घाटबंधी को समाप्त करने का आह्वान करते हैं। क्यूबा ने सार्वजनिक रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट के लिए कई मौकों पर भारत की उम्मीदवारी के लिए समर्थन व्यक्त किया है।[7] दोनों राष्ट्र गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य भी हैं। फिदेल कास्त्रो ने कहा, "भारत की परिपक्वता ..., गुटनिरपेक्ष आंदोलन की नींव रखने वाले सिद्धांतों का इसका बिना शर्त पालन करना हमें यह आश्वासन देता है कि इंदिरा गांधी [भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री] के कुशल नेतृत्व में गुटनिरपेक्ष देश शांति, राष्ट्रीय स्वतंत्रता और विकास के लिए गढ़ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे।” [8]
आर्थिक संबंध
संपादित करें1980 के दशक में क्यूबा और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो कि उस समय के हिसाब से काफ़ी ज़्यादा था। हालांकि, 1991 में सोवियत संघके विघटन और 1990 के दशक में भारत में आर्थिक उदारीकरण के बाद, देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में तेजी से गिरावट देखी गई। 2014-15 में द्विपक्षीय व्यापार केवल $38.89 मिलियन था। क्यूबा को भारत का निर्यात $ 37.32 मिलियन था, जबकि भारत में आयात 1.57 मिलियन डॉलर था।
भारत से क्यूबा को निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुओं में फार्मास्युटिकल उत्पाद, कार्बनिक रसायन, प्लास्टिक और रबर लेख, मशीनरी और यांत्रिक उपकरण हैं।
भारत में क्यूबा को निर्यात होने वाली मुख्य वस्तुओं में सिगार, कच्ची खाल और खाल और चमड़े सहित तम्बाकू उत्पाद हैं।[10]
भारतीय विदेशी सहायता
संपादित करेंभारत ने 1995 में क्यूबा को एक 5 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र और ₹5 लाख (US$7,300) के स्पेयर पार्ट्स का दान दिया। 2008 में, भारत ने क्यूबा सरकार को दिया गया $62 मिलियन का ऋण ब्याज-सहित माफ़ कर दिया था। भारत ने अगस्त-सितंबर 2008 में तूफान गुस्ताव, इके और पालोमा के बाद क्यूबा को 2 मिलियन डॉलर नकद प्रदान किए।[11] भारत ने क्यूबा के नागरिकों के लिए इंडिया क्यूबा नॉलेज सेंटर में तीन साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया, जो जुलाई 2010 में पूर्ण हुआ। एनआईआईटी द्वारा संचालित इस केंद्र ने कई क्षेत्रों में 1900 से अधिक क्यूबों को प्रशिक्षण प्रदान किया।[11]
भारत ने क्यूबा के एक भूकंप के दौरान दो मिलियन डॉलर की मदद राशि भी प्रदान की।[12]
नवंबर 2013 में, भारत ने क्यूबा में एक एस्ट्रो टर्फ हॉकी पिच के निर्माण के लिए $ 1 मिलियन का दान दिया।[11]
क्यूबा के नागरिक भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) के तहत छात्रवृत्ति के लिए पात्र हैं। 1989 और 2016 के बीच, भारत में कई क्षेत्रों में 671 क्यूबानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।[11]
"भारत की रोटी"
संपादित करें1992 में, जब क्यूबा बहुत कष्ट से गुजर रहा था, तब भारत ने इसे को 10,000 टन गेहूं और 10,000 टन चावल मुहैया कराया था। फिदेल कास्त्रो ने इस दान को "भारत की रोटी" कहा, क्योंकि यह प्रत्येक क्यूबा के प्रत्येक नागरिक को एक-एक रोटी देने के लिए पर्याप्त था।[9]
सांस्कृतिक संबंध
संपादित करेंयोग क्यूबा सरकार के स्वास्थ्य पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है। क्यूबा में रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती वार्षिक रूप से मनाई जाती है। 7 मई 2007 को, ICCR द्वारा दान की गई टैगोर की एक प्रतिमा का हवाना में अनावरण किया गया था। हवाना में Casa de Asia (कासा दे आसिया, एशिया भवन) के पुस्तकालय का नाम टैगोर के नाम पर रखा गया है। महात्मा गांधी और मदर टेरेसा की प्रतिमाएँ भी हवाना में मौजूद हैं।[13]
फरवरी 2015 में हवाना इंटरनेशनल बुक फेयर में भारत को "गेस्ट ऑफ ऑनर कंट्री" घोषित किया गया। भारत यह सम्मान पाने वाला पहला एशियाई देश है।[13]
खेल
संपादित करेंक्यूबा और भारत ने 2007 में तत्कालीन भारतीय खेल मंत्री मणिशंकर अय्यर की यात्रा के दौरान खेलों में सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद, इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन और आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे ने क्यूबा से कई कोच नौकरी पर रखे हैं। 2013 में, भारत ने क्यूबा में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए 32 भारतीय कोच भेजे। [14]
क्यूबा में भारतीय
संपादित करेंक्यूबा में भारतीय समुदाय 20 वीं सदी की शुरुआत से मौजूद है जब भारतीय गिर्मिटिया मजदूर (जो जमैका और कैरिबियन के अन्य हिस्सों से आए थे), गन्ने के बागानों में काम करने के लिए क्यूबा आए थे। फरवरी 2016 में लगभग 200 क्यूबाई नागरिक भारतीय मूल के हैं। उनमें से अधिकांश ग्वांतानामो प्रांत में रहते हैं, और अधिकांश को पूरी तरह से स्थानीय संस्कृति में आत्मसात किया गया है, हालांकि कुछ अभी भी भारतीय नाम हैं।[15]
क्यूबा में भारतीय नागरिकों का एक छोटा सा समुदाय मौजूद है, जिसमें ईसाई नन, मेडिकल छात्र और भारतीय मूल के वे व्यक्ति जिन्होंने क्यूबा के नागरिकों से विवाह किया है। समुदाय मुख्य रूप से हवाना में रहता है। भारतीय मूल के कुछ व्यापारी भी हैं।[15]
यह सभी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 15 जून 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 फ़रवरी 2020.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2020.
- ↑ अ आ इ "Did You Know Fidel Castro Sent Che Guevara to India Way Back in 1959?". The Better India (अंग्रेज़ी में). 2016-11-28. मूल से 19 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-01-28.
- ↑ अ आ "Archived copy". मूल से 2013-01-19 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-06-02.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ अ आ "Archived copy". मूल से 2011-11-14 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-02-21.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ अ आ [1][मृत कड़ियाँ]
- ↑ अ आ इ "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.
- ↑ अ आ "Archived copy". मूल से 2011-02-03 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-06-02.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ अ आ "Archived copy". मूल से 2011-02-03 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-06-02.सीएस1 रखरखाव: Archived copy as title (link)
- ↑ "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.
- ↑ अ आ इ ई "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.
- ↑ "Reitera la India su apoyo a Cuba frente a políticas agresivas de Estados Unidos". latinamericanstudies.org. मूल से 18 जून 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 फ़रवरी 2020.
- ↑ अ आ "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.
- ↑ "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.
- ↑ अ आ "Cuba-India relations" (PDF). Ministry of External Affairs. January 2016. मूल (PDF) से 11 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2017.