ख़कास लोग
ख़कास (अंग्रेज़ी: Khakas), जो स्वयं को तादार (ख़कास: Тадарлар) कहते हैं, रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित ख़कासिया गणतंत्र में बसने वाला तुर्क लोगों का एक समुदाय है। ध्यान दें कि हालांकि यह लोग अपने आप को 'तादार' या 'तातार' कहते हैं, इस से तात्पर्य 'साइबेरियाई तातार' है जो रूस के यूरोपीय भाग में बसने वाले तातार लोगों से अलग है।
विशेष निवासक्षेत्र | |
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रूस (मुख्यतः ख़कासिया) | |
रूस | ७२,९५९[1] |
यूक्रेन | १६२[2] |
भाषाएँ | |
ख़कास, रूसी | |
धर्म | |
रूसी पारम्परिक ईसाई ओझाधर्म |
इतिहास
संपादित करेंख़कास लोगों की उत्पत्ति पर विद्वानों में मतभेद है। कुछ के अनुसार यह किरगिज़ लोगों के वंशज हैं जो कभी येनिसेय नदी के क्षेत्र में रहते थे और जिनके अन्य वंशज आधुनिक किर्गिज़स्तान में बसते हैं। १७वीं सदी में ख़कास लोगों ने अपना एक ख़कासिया राज्य बना रखा था जो एक मंगोल शासक के अधीन था। उस समय यहाँ रूसी लोगों का आकर बसना आरम्भ हो गया। १८२० के दशक में क्रास्नोयार्स्क क्राय के मिनुसिंस्क शहर के पास ज़मीन से सोना मिला और इस पूरे क्षेत्र का औद्योगीकरण शुरू हो गया।
१९वीं सदी में बहुत से ख़कास लोगों ने रूसी रहन-सहन अपना लिया। रूसी फ़ौजों ने बहुत से ख़कास लोगों को रूसी पारंपरिक ईसाई बनाने पर भी मजबूर किया, लेकिन आजतक ख़कास समाज में ओझा धर्म और बौद्ध धर्म के तत्व मिलते हैं और बहुत से ख़कास ईसाई ओझा और ईसाई धर्म के मिश्रण में विश्वास रखते हैं।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Окончательные итоги Всероссийской переписи населения 2010 года, All Russian census, 2010, Accessed: 2011-08-24
- ↑ State statistics commmittee of Ukraine - National composition of population, 2001 census (Ukrainian)