खुल्लम खुल्ला प्यार करें
खुल्लम खुल्ला प्यार करें 2005 में जारी हुई हिन्दी भाषा की फिल्म है।[1] इसमें गोविन्दा और प्रीति जिंटा मुख्य कलाकार हैं। 2002 में तैयार होने के बावजूद किसी जटिलता के कारण यह फिल्म में देरी से 2005 में जारी हुई।
खुल्ल म खुल्ला प्यार करें | |
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खुल्लम खुल्ला प्यार करें का पोस्टर | |
निर्देशक | हर्मेश मल्होत्रा |
पटकथा |
राजीव कौल प्रफुल्ल पारेख |
निर्माता | टुटू शर्मा |
अभिनेता |
गोविन्दा, प्रीति ज़िंटा, प्रेम चोपड़ा, सदाशिव अमरापुरकर, मोहनीश बहल, जॉनी लीवर, सतीश कौशिक, कादर ख़ान |
संगीतकार | आनंद-मिलिंद |
प्रदर्शन तिथियाँ |
28 अप्रैल, 2005 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
यह फिल्म हर्मेश मल्होत्रा की मृत्यु से पहले उनकी आखिरी फिल्म रही। जबकि यह टिकट खिड़की पर असफल रही।
संक्षेप
संपादित करेंदमानी (प्रेम चोपड़ा) और गोवर्धन (कादर ख़ान) कट्टर दुश्मन हैं। लेकिन जब उन्हें अपने बॉस त्रिकाल अन्ना (सदाशिव अमरापुरकर) से दुश्मनी खत्म करने का संदेश मिलता है। तो वे हाथ मिलाने को मजबूर हो जाते हैं। वे जल्द ही अपने बच्चों की शादी एक-दूसरे से करवाने का फैसला कर लेते हैं। गोवर्धन अपने बेटे विक्की (मोहनीश बहल) को दमानी की बेटी प्रीति (प्रीति जिंटा) से मिलने सूरत जाने के लिए कहता है। सूरत जाते समय विक्की राजा (गोविन्दा) को लिफ्ट देता है। लेकिन कार दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और नदी में गिर जाती है। कुछ लोग राजा को बचा लेते हैं, लेकिन विक्की को नहीं बचा पाते।
इसका फायदा उठाते हुए और विक्की के उद्देश्य के बारे में जानते हुए राजा खुद को विक्की बताकर सूरत पहुंच जाता है। वह प्रीति से मिलता है और उससे प्यार करने लगता है। पहले जब प्रीति राजा (विक्की के नाम पर) से मिलती है, तो वह उससे नफरत करती है। लेकिन जल्द ही वह उससे प्यार करने लगती है। गोवर्धन को जल्द ही पता चल जाता है कि विक्की प्रीति से मिल चुका है और दोनों शादी के लिए राजी हो गए हैं। फिर उसे आश्चर्य होता है जब असली विक्की घर आ जाता है और बताता है कि वह कभी सूरत नहीं गया। तब गोवर्धन सूरत जाता है ताकि पता लगा सके कि वहाँ उसका बेटा बनकर कौन है...
मुख्य कलाकार
संपादित करें- गोविन्दा — राजा खन्ना
- प्रीति ज़िंटा — प्रीति दमानी
- प्रेम चोपड़ा — दमानी
- सदाशिव अमरापुरकर — सुप्रीमो / त्रिकाल अन्ना
- मोहनीश बहल — विक्की
- जॉनी लीवर — पाशभाई
- सतीश कौशिक — सिंधी
- कादर ख़ान — गोवर्धन
- असरानी — पंडित
- हिमानी शिवपुरी — गोवर्धन की पत्नी
- दिनेश हिंगू — हकीम
- रज़ाक ख़ान — पप्पूभाई
- विजू खोटे — रतिलाल
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत आनंद-मिलिंद द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "तेरे इश्क में पड़ गई रे" | सोनू निगम, जसपिंदर नरूला | 4:17 |
2. | "ये लड़की नहीं बनारस का पान" | सोनू निगम, बेला सुलखे | 5:12 |
3. | "बगलवाली आँख मारे" | उदित नारायण, जसपिंदर नरूला | 4:44 |
4. | "खुल्लम खुल्ला प्यार करें" | जॉली मुखर्जी, सुनिधि चौहान | 5:26 |
5. | "मारे नज़र से कटारी" | सोनू निगम, जसपिंदर नरूला | 5:17 |
6. | "बचा लो बचा लो" | सोनू निगम, अलका यागनिक | 5:50 |
7. | "छल्ला छल्ला" | सुदेश भोंसले | 4:16 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Govinda biography in hindi, films, wife, marriage, family, real life information: गोविंदा का जीवन परिचय, बायोग्राफी, फिल्में, पत्नी, शादी, परिवार के बारे में जानकारी". दा इंडियन वायर. 23 दिसम्बर 2019. अभिगमन तिथि 3 सितम्बर 2024.