गुरुकुल प्राइमरी स्कूल
गुरकुल प्राइमरी स्कूल फिजी के भारतीयों के लिए सन 1918 में स्थापित एक विद्यालय है। यही फिजी के भारतीयों के लिये स्थापित पहला वास्तविक विद्यालय था। यह विद्यालय लौटोका के निकट सावेनी में स्थित है जो विटि लेवु द्वीप के पश्चिमी भाग में है।
गुरुकुल प्राथमिक विद्यालय | |
स्थिति | |
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फिजी | |
जानकारी | |
प्रकार | Private |
स्थापना | 1918 |
ग्रेड | Class 1 - 8 |
फिजी की आर्य प्रतिनिधि सभा सन १९१८ में स्थपित हुई थी और उसी वर्ष इस विद्यालय की स्थापना का निर्णय भी हुआ। 1916 में फिजी में आर्य समाज का पहला सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया कि सुवा या लुटोका में आर्य समाज का एक विद्यालय स्थापित किया जाय। लेकिन बाद में देखा गया लौटोका के सदस्यों ने अधिक उत्साह दिखाया था और अधिक धन का संग्रह भी किया था, अतः लौटोका में ही विद्यालय स्थापित करने का निर्णय हुआ। यह स्कूल 1918 में बनकर तैयार हुआ था लेकिन आधिकारिक तौर पर 7 नवंबर 1919 को जिला आयुक्त ने इसका उद्घाटन किया।
फिजी के कई प्रसिद्ध भारतीयों ने इस स्कूल में अध्यापन किया है, जिनमें अमी चंद्र, अयोध्या प्रसाद शर्मा, ब्रह्म दास लक्ष्मण और कुन्दन सिंह कुश शामिल हैं । 1920 के दशक के अन्त और 1930 के दशक के आरम्भ में इस स्कूल के छात्रों को उन्नत शिक्षा के लिये भारत भेजा गया था। [1]
1970 के दशक में इसी स्थान पर एक माध्यमिक विद्यालय भी निर्मित किया गया और 2005 में उसी स्थान पर फ़िजी विश्वविद्यालय स्थापित किया गया था।
संदर्भ
संपादित करें- ↑ Vidyalankar, Nardev; Manohar Somera (1975). Arya Samaj and Indians abroad. New Delhi, India: Sarvadeshik Arya Pratinidhi Sabha. पपृ॰ 129–130.