चींटीख़ोर
स्तनपायी उपसमूह
चींटीख़ोर उपगण कृमिजिह्वा की चार उपस्थित प्रजातियों हेतु एक सामान्य नाम है जो दक्षिण व मध्य अमेरिका में पाया जाने वाला एक स्तनधारी प्राणी है जो अपने विचित्र मुख-आकार, थूथन और अपनी पतली व लम्बी जीभ से केवल चींटी, दीमक और अन्य छोटे कीट खाने के लिये प्रसिद्ध है। चींटीख़ोरों की चार जातियाँ पाई जाती हैं: सिर-से-पुच्छ तक १.८ मीटर लम्बा विशाल चींटीखोर, केवल ३५ सेमी लम्बा रेशमी चींटीखोर, १.२ मी लम्बा उत्तरी तामान्दुआ और लगभग उतना ही लम्बा दक्षिणी तामान्दुआ।[1]
चींटीख़ोर Anteater | |
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एक विशाल चींटीखोर | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | प्राणी |
संघ: | रज्जुकी (Chordata) |
वर्ग: | स्तनधारी (Mammalia) |
उपवर्ग: | थेरिया (Theria) |
अध:वर्ग: | युथेरिया (Eutheria) |
अधिगण: | ज़ीनारथ्रा (Xenarthra) |
गण: | पिलोसा (Pilosa) |
उपगण: | कृमिजिह्वा इलिगर, १८११ |
कुल | |
चींटीख़ोर पिलोसा नामक जीववैज्ञानिक गण में शामिल हैं जिसमें स्लॉथ भी आते हैं, यानि स्लॉथों और चींटीख़ोरों का आनुवंशिक सम्बन्ध है।[2]
चित्रदीर्घा
संपादित करें-
रेशमी चींटीख़ोर, जो एक फ़ुट से ज़रा बड़ा ही होता है
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Grzimek, Bernhard (2004). Hutchins, Michael; Kleiman, Devra G; Geist, Valerius; McDade, Melissa С, eds. Grzimek's Animal Life Encyclopedia 13 (2nd ed.). Detroit: Gale. pp. 171–179. ISBN 0-7876-7750-7.
- ↑ Gardner, A. (2005). Wilson, D.E.; Reeder, D.M., eds. Mammal Species of the World: A Taxonomic and Geographic Reference (3rd ed.). Johns Hopkins University Press. pp. 100–103. ISBN 978-0-8018-8221-0. OCLC 62265494