टार्न
टार्न या सर्क झील अथवा गिरिताल एक हिमनद निर्मित स्थलरूप है। सर्क या हिमगह्रवर की घाटी में स्थित चट्टानों पर अत्यधिक हिम के दबाव तथा अधिक गहराई तक अपरदन की क्रिया सम्पन्न होने के कारण छोटे-छोटे अनेक गड्ढ़ों का निर्माण हो जाता है और जब हिम पिघल जाती है तो इसका जल इन गड्ढ़ों में भर जाता है तथा झीलों का निर्माण होता है, इन्हीं झीलों को टार्न या सर्क झील कहते है।[1]
टार्न शब्द नार्वेजियन भाषा (के tjörn) से निकला है और इसका अर्थ छोटा तालाब होता है।
सामान्यतः ये झीलें छोटे आकार की होती हैं।[2] भारत के हिमालय क्षेत्र में कश्मीर घाटी में गंगाबल झील इस स्थलरूप का एक सुन्दर उदाहरण है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ माजिद हुसैन, भारत का भूगोल Archived 2014-07-29 at the वेबैक मशीन, अभिगमन तिथि 21-07-2014
- ↑ झीलें Archived 2014-07-28 at the वेबैक मशीन, इण्डिया वाटर पोर्टल, अभिगमन तिथि 21-07-2014
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