तुमसा नहीं देखा (1957 फ़िल्म)

1957 की नासिर हुसैन की फ़िल्म

तुमसा नहीं देखा 1957 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य प्रेमकहानी फ़िल्म है। ये फिल्म नासिर हुसैन द्वारा लिखित और निर्देशित है। इस फिल्म से हुसैन ने निर्देशक के रूप में शुरुआत की। उन्होंने मुनीम जी और पेइंग गेस्ट जैसी फिल्म लिखी थीं। फिल्म नायिका अमीता को ध्यान में रखकर बनाई थी। फिल्म का प्रचार भी अभिनेत्री के चारों ओर बुना गया था। बदले में बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की बड़ी सफलता ने तत्कालीन संघर्षरत शम्मी कपूर को रात भर में सनसनीखेज बना दिया।[1]

तुमसा नहीं देखा

तुमसा नहीं देखा का पोस्टर
निर्देशक नासिर हुसैन
लेखक नासिर हुसैन
निर्माता शशधर मुखर्जी
अभिनेता शम्मी कपूर,
अमीता,
प्राण
संगीतकार ओ॰ पी॰ नैय्यर
निर्माण
कंपनी
फिल्मीस्तान
प्रदर्शन तिथि
1957
देश भारत
भाषा हिन्दी

इसका संगीत ओ॰ पी॰ नैय्यर द्वारा और मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा गीत है। फिल्म मूल रूप से देव आनंद को दी गई थी, लेकिन उन्होंने अस्वीकार कर दिया, जिसके कारण शम्मी कपूर को लिया गया था। फिल्म के मूल गीतकार साहिर थे, जिन्होंने शीर्षक गीत लिखा था, लेकिन उन्होंने भी फिल्म छोड़ दी और मजरुह सुल्तानपुरी ने उनका स्थान लिया।

संक्षेप संपादित करें

बीस साल पहले, अपने भाई की हत्या के बाद, सरदार राजपाल शिलांग में अपने गृह नगर से निकल गए और असम के ग्रामीण इलाके में अपनी गोद ली हुई बेटी मीना के साथ फिर से स्थापित हुए। वह अपनी पत्नी, कमला से अपने बेटे शंकर को भेजने के लिए कहता है ताकि वह उसे नियोजित कर सके और उसकी मीना से शादी कर सके। शंकर आता है और सरदार द्वारा उसका स्वागत होता है जो उसे नियोजित करते हैं और उसे मीना से मिलाते हैं। कुछ दिन बाद एक और जवान आदमी उनके दरवाजे पर आता है कि वह कमला का बेटा है। चकित हुआ सरदार उसका भी स्वागत करता है, और असली शंकार कौन है यह जानने के लिए दोनों युवाओं को अवलोकन के तहत रखता है। सवाल यह बना हुआ है कि कोई भी शंकर का प्रतिरूपण क्यों करना चाहेगा और 20 साल पहले अपने भाई की हत्या के लिए पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद सरदार के साथ क्या होगा।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी ओ॰ पी॰ नैय्यर द्वारा संगीतबद्ध।

क्र॰शीर्षकगीतकारगायकअवधि
1."जवानियाँ ये मस्त मस्त"मजरुह सुल्तानपुरीमोहम्मद रफी3:04
2."तुमसा नहीं देखा"साहिर लुधियानवीमोहम्मद रफी3:03
3."आए हैं दूर से"मजरुह सुल्तानपुरीआशा भोंसले, मोहम्मद रफी4:11
4."छुपने वाले सामने आ"मजरुह सुल्तानपुरीमोहम्मद रफी2:49
5."सिर पर टोपी लाल"मजरुह सुल्तानपुरीआशा भोंसले, मोहम्मद रफी5:08
6."देखों कसस से"मजरुह सुल्तानपुरीआशा भोंसले, मोहम्मद रफी3:36

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "जन्‍मदिन विशेष- शम्‍मी कपूर, 'तुमसा नहीं देखा'". दैनिक जागरण. 21 अक्टूबर 2016. मूल से 1 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 दिसम्बर 2018.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें