तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध

तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1817–1819), ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी और मराठा साम्राज्य के बीच सम्पन्न निर्णायक अन्तिम युद्ध था। इस युद्ध मे मराठा की तरफ से पेशवा बाजीरावII नेतृत्व कर रहे थे, परंतु उनकी अंग्रेजों के सामने न चल पाई और अंग्रेजों ने उन्हें 8 लाख की वार्षिक पेंशन पर कानपुर के निकट बिटटूर भेज दिया। ये मराठा के अंतिम पेशवा थे। उस समय लार्ड हेस्टिंग बंगाल के गवर्नर जनरल थे ।

तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध[1]
आंग्ल-मराठा युद्ध का भाग
Indian Camp Scene.jpg
भारतीय शिविर दृश्य
तिथि नवंबर 1816 - अप्रैल 1819
स्थान आज का महाराष्ट्र और पड़ोसी क्षेत्रों
परिणाम ब्रिटिश विजय
  • पेशवा शासन का औपचारिक अंत।
  • शिंदे, होल्कर और भोंसले ब्रिटिश आधिपत्य के अधीन ।
  • छत्रपति (मराठा राजा) ब्रिटिश आधिपत्य के अधीन ।
  • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा भारत पर नियंत्रण स्थापित किया गया।
योद्धा
Flag of the Maratha Empire.svg मराठा संघ
* Flag of the Maratha Empire.svg पेशवा बाजी राव II
* Flag of the Maratha Empire.svg मल्हार राव होल्कर III
* Flag of the Maratha Empire.svg मुधोजी द्वितीय भोंसले
* Flag of the Maratha Empire.svg दौलतराव शिंदे
* विभिन्न पिंडारी
यूनाइटेड किंगडम ब्रिटिश साम्राज्य
* Flag of the British East India Company (1801).svg ईस्ट इंडिया कंपनी
* Flag of the State of Hyderabad (18th century-1900).svg हैदराबाद प्रांत
सेनानायक
Flag of the Maratha Empire.svg बापू गोखले (पेशवा बाजी राव II के जनरल)
Flag of the Maratha Empire.svg हरि राव होल्कर
Flag of the Maratha Empire.svg अप्पा साहेब भोंसले
Flag of the Maratha Empire.svg मल्हारराव होल्कर III
Flag of the Maratha Empire.svg त्र्यंबकजी डेंगल-पाटिलो
Flag of the British East India Company (1801).svg फ्रांसिस रॉडन-हेस्टिंग्स
Flag of the British East India Company (1801).svg जॉन मैल्कम
Flag of the British East India Company (1801).svg थॉमस हिसलोप
Flag of the State of Hyderabad (18th century-1900).svg आसफ जाह III

सन्दर्भसंपादित करें

  1. "Maratha Wars". Britannica Encyclopædia.